बरेली के कोविड अस्पताल में चिकित्सकों की कमी से मरीजों का बुरा हाल

300 बेड कोविड अस्पताल की आपातकालीन सेवाएं अव्यस्था के दौर से गुजर रही हैं। डाक्टरों और टेक्नीशियनों की कमी से मरीजों को दिक्कत झेलनी पड़ रही है। अस्पताल की ओर से कई बार मांग पत्र भी भेजे जाने के बाद भी व्यवस्था सुचारू नहीं हो सकी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 Jan 2022 08:09 PM (IST) Updated:Fri, 28 Jan 2022 08:09 PM (IST)
बरेली के कोविड अस्पताल में चिकित्सकों की कमी से मरीजों का बुरा हाल
बरेली के कोविड अस्पताल में चिकित्सकों की कमी से मरीजों का बुरा हाल

जासं, बरेली: 300 बेड कोविड अस्पताल की आपातकालीन सेवाएं अव्यस्था के दौर से गुजर रही हैं। डाक्टरों और टेक्नीशियनों की कमी से मरीजों को दिक्कत झेलनी पड़ रही है। अस्पताल की ओर से कई बार मांग पत्र भी भेजे जाने के बाद भी व्यवस्था सुचारू नहीं हो सकी।

300 बेड कोविड अस्पताल में शुक्रवार दोपहर तक सात संक्रमित भर्ती थे। उनके इलाज के लिए इस समय एक फिजीशियन और एक एनेस्थेटिक के अलावा प्रभारी चिकित्सा अधिकारी हैं, जबकि अस्पताल और आपात सेवाओं को सुचारू करने के लिए एक फिजिशियन और एक बाल रोग विशेषज्ञ और चाहिए। इसके साथ ही हड्डी रोग विशेषज्ञ, ईएनटी व बाल रोग विशेषज्ञ के साथ ही अन्य विशेषज्ञ चिकित्सक आन काल चाहिए, लेकिन इस कमी को पूरा नहीं किया जा रहा है। इससे मरीजों को समय से इलाज नहीं मिल पा रहा है।

नहीं हो पा रहे मरीजों के एक्सरे

अस्पताल में रेडियो टेक्नीशियन की कमी की वजह से वहां पर भर्ती मरीजों के एक्सरे नहीं हो पा रहे हैं। यहां तैनात रहे टेक्नीशियन को एक सीएचसी पर भेज दिया गया था।

छह डाक्टर किए तैनात, चार आए ही नहीं

अस्पताल में छह डाक्टरों को तैनात किया गया था। इसमें फतेहगंज पश्चिमी से आए आयुर्वेदिक डाक्टर विनय कुमार और डा. विपुल कुमार ने ज्वाइन करके काम शुरू कर दिया, लेकिन डा. अश्वनी रघुवंशी, डा. अमित दिवाकर, डा. विनय कुमार पाल और डा. अमित गंगवार ने अब तक ज्वाइन नहीं किया है।

वर्जन

ज्वाइन नहीं करने वाले चिकित्सकों, विशेषज्ञों, फिजीशियन और टेक्नीशियन के लिए पहले भी पत्र लिखा जा चुका है। उपलब्ध संसाधनों के जरिये भर्ती मरीजों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। जल्द चिकित्सकों की कमी पूरी होने की उम्मीद है।

डा. सतीश चंद्रा, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी

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