बरेली के गांवों में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए अधिकारी लगा रहे दौड़, जानिये कैसे गांवों में नियंत्रित होगा संक्रमण

गांव में कोविड संक्रमण नियंत्रित करने के लिए अधिकारी भी ग्रामीण क्षेत्रों के भ्रमण कर रहे है। देवरनियां पहुंचे एडीएम प्रशासन वीके सिंह के निरीक्षण में जांच और स्क्रीनिंग संतोषजनक नहीं मिली। उन्होंने कहा कि कोविड नियंत्रित करने के लिए स्क्रीनिंग बढ़ाने की आवश्यकता है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Wed, 26 May 2021 10:56 AM (IST) Updated:Wed, 26 May 2021 10:56 AM (IST)
बरेली के गांवों में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए अधिकारी लगा रहे दौड़, जानिये कैसे गांवों में नियंत्रित होगा संक्रमण
स्क्रीनिंग सौ फीसद होने से नियंत्रित होगा संक्रमण।

बरेली, जेएनएन। गांव में कोविड संक्रमण नियंत्रित करने के लिए अधिकारी भी ग्रामीण क्षेत्रों के भ्रमण कर रहे है। देवरनियां पहुंचे एडीएम प्रशासन वीके सिंह के निरीक्षण में जांच और स्क्रीनिंग संतोषजनक नहीं मिली। उन्होंने कहा कि कोविड नियंत्रित करने के लिए स्क्रीनिंग बढ़ाने की आवश्यकता है।नगर पंचायत देवरनियां में उन्हें अधिशासी अधिकारी जनार्दन यादव समेत अन्य कर्मचारी उपस्थित मिले। 20,840 आबादी वाले नगर पंचायत में 13 वार्ड हैं।

नगर पंचायत परिसर में उन्हें कोविड हेल्थ डेस्क मिली। नगर पंचायत निगरानी समिति आने वालों के पल्स आक्सीमीटर और इंफ्रारेड थर्मामीटर से जांच कर रही थी। मेडिकल किट को बांंटने के लिए तीन-तीन टीमें बनाई गई थी। जांच के लिए दो-दो पल्स आक्सीमीटर एवं इन्फ्रारेड थर्मामीटर उपलब्ध कराये गए हैं। उन्होंने पूछा कि अभी तक स्क्रीनिंग पूरी क्यों नहीं हुई।अधिशासी अधिकारी ने बताया कि 29 मई तक सभी वार्डों की स्क्रीनिंग पूरी हो जाएगी।

अधिशासी अधिकारी एवं मौके पर उपस्थित वार्ड पांच के सदस्य सत्यपाल और वार्ड-12 के सदस्य जमीर अहमद से जानकारी की गई। नगर पंचायत में साफ-सफाई के साथ प्रतिदिन सैनिटाइजेशन कराये जाने के निर्देश दिये गये। नगर पंचायत देवरनियां के वार्ड मुड़िया जागीर में स्थित प्राथमिक चिकित्सा उपकेन्द्र का भी निरीक्षण किया गया। चिकित्सा उपकेन्द्र में डाॅ. विभु अग्रवाल एवं श्री सुनील कुमार राजपूत फार्मासिस्ट और एक वार्ड ब्याय तैनात मिले।

डा. विभु अग्रवाल पीएचसी रिछा में सम्बद्ध हैं। जो वहां सैप्लिंग का कार्य देख रहे हैं। मौके पर उपस्थित फार्मासिस्ट सुनील कुमार राजपूत द्वारा बताया गया कि अगर कोई कोरोना से संदिग्ध व्यक्ति होता है। उस व्यक्ति को जांच हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रिछा को रिफर कर दिया।

chat bot
आपका साथी