आपस में कोई टकराव नहीं, मिलकर करेंगे नई शुरुआत Bareilly News

महापौर और नगर आयुक्त के बीच मतभेद लंबे समय से दिखाई दे रहे थे लेकिन पिछले करीब डेढ़ महीने से सब कुछ सामने था।

By Abhishek PandeyEdited By: Publish:Thu, 18 Jul 2019 01:30 PM (IST) Updated:Thu, 18 Jul 2019 01:30 PM (IST)
आपस में कोई टकराव नहीं, मिलकर करेंगे नई शुरुआत Bareilly News
आपस में कोई टकराव नहीं, मिलकर करेंगे नई शुरुआत Bareilly News

बरेली, जेएनएन : महापौर डॉ. उमेश गौतम और नगर आयुक्त सैमुअल पॉल के बीच लंबे खिंचे मनमुटाव का पटाक्षेप हुआ तो विकास के लिए दोनों एक ट्रैक पर आए। बुधवार को मीडियाकर्मियों से संयुक्त बातचीत में दोनों ने कहा कि कि आपस में कोई टकराव नहीं है। शहर के विकास के लिए नई शुरुआत करेंगे। जलभराव की समस्या से हर स्तर पर निपटने की बात कही

महापौर कहा कि संजय नगर व उसके आसपास के क्षेत्रों में जलभराव की समस्या विकराल है। इससे निजात के लिए फिलहाल एक ही रास्ता है कि पंप से पानी को बाहर निकाला जाए। अधिक क्षमता का संपवेल लगाना था, लेकिन जल निगम ने उसका नक्शा सही नहीं बनाया। इसे आने वाले 50 सालों की सुविधा के हिसाब से बनाया जाना है। अगली बोर्ड की बैठक में इसे पास कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 तक शहर की करीब 500 गलियों को पक्का किया जाना है। इनके एस्टीमेट रिव्यू किए जाएंगे।

बेसहारा गायों को पकड़कर जुर्माना लगाने का प्रस्ताव कार्यकारिणी में लगाया गया है। इस पर गंभीरतापूर्वक विचार-विमर्श कर निर्णय लिया जाएगा। इसके अलावा जनता से संबंधित अन्य कार्यो का भी तेजी से निस्तारण कराया जाएगा। जलभराव सहित सभी प्रमुख समस्याओं का मिल बैठकर हल हल निकाला जाएगा।

वहीं, नगर आयुक्त ने बताया कि अब तक जो हुआ उसे भूलकर नई शुरुआत की जाएगी। सभी के साथ मिलकर शहर में विकास के कार्य तेजी से कराए जाएंगे। कान्हा उपवन की सौ गायों को नगर पंचायत रिठौरा में बनाए गए आश्रय गृह में रखने की व्यवस्था हुई है। जो किसान गायों को लेना चाहेंगे उन्हें नौ सौ रुपये प्रतिमाह भी दिया जाएगा। गोवंश के शवों का सही तरीके से निस्तारण मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के माध्यम से कराया जाएगा।

नगर आयुक्त ने प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर मांगी थी सुरक्षा

नगर निगम में प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी और महापौर के बीच हुए विवाद की रिपोर्ट नगर आयुक्त सैमुअल पॉल एन ने उसी दिन प्रमुख सचिव नगर विकास को भेज दी थी। उन्होंने नगर निगम का माहौल ठीक नहीं होने की बात कहते हुए अधिकारियों की सुरक्षा की मांग तक कर डाली।

विवाद, फटकार और अब पटरी पर काम 

सोमवार को विवाद, मंगलवार को दिनभर उस पर खींचतान और बुधवार को सबकुछ किनारे कर काम पटरी पर आ गया। हर दिन बदलते माहौल के पीछे लखनऊ की बड़ी भूमिका थी। मुख्यमंत्री ने प्रकरण पर नाराजगी जताई तब महापौर व नगर आयुक्त एक साथ करने के लिए अलग-बगल खड़े दिखाई दिए। जनसेवक व अफसरों के बीच मनमुटाव खत्म होने की बात कही गई।

महापौर और नगर आयुक्त के बीच मतभेद लंबे समय से दिखाई दे रहे थे, लेकिन पिछले करीब डेढ़ महीने से सब कुछ सामने था। पोर्टेबल शॉप प्रकरण में पार्षद पर रिपोर्ट के बाद पार्षदों ने विरोध शुरू किया तो महापौर भी उनके साथ धरने पर बैठ गए थे। फिर कई और पार्षदों पर रिपोर्ट हुई तो धरना समाप्त हुआ। इधर, सोमवार को शमन शुल्क कम करने के निर्देश के बावजूद गाय नहीं छोड़ने पर महापौर भड़क गए थे, एक बार फिर विवाद बढ़ा।

पौधारोपण के बहाने महापौर और नगर आयुक्त में सुलह 

बुधवार को पौधरोपण के बहाने महापौर व नगर आयुक्त में सुलह हो गई। इसके साथ ही नगर निगम के अधिकारी भी काम पर लौट आए। मुख्यमंत्री की मंशा अफसरों को भी पता चल गई। सुबह ही कार्यालय पर बैठे और जनसुविधा के काम निपटाए। लोगों की समस्याओं को भी सुना। दोपहर को अधिकारियों व पार्षदों ने पौधरोपण कर महापौर कार्यालय में बैठकर चाय पी। तबादले पर आए जलकल महाप्रबंधक और एमएनएलपी ने सभी को अपना परिचय कराया। अधिकारियों व पार्षदों ने साथ मिलकर जनसमस्याओं को दूर करने को कहा। कहा कि अब विवादों का धुंधलका छट चुका है। विकास कार्यो को रफ्तार दी जाएगी। जनता की समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।

कान्हा उपवन की निगरानी अब सीधे नगर निगम से

नगर निगम के नियंत्रण वाले कान्हा उपवन में 125 गोवंश मरने के महापौर के आरोपों के बाद पूरा महकमा हरकत में आ गया। बुधवार को नगर आयुक्त सैमुअल पॉल एन खुद उपवन के हालात देखने पहुंच गए। उपवन की निगरानी अब सीधे नगर निगम मुख्यालय से होगी। इसके लिए इंटरनेट कनेक्शन युक्त सीसीटीवी कैमरे लगवाने के निर्देश दिए। निरीक्षण रिपोर्ट डीएम को भी भेजी है।

निगम में चल रही खींचतान के बीच मंगलवार को महापौर डॉ. उमेश गौतम ने प्रेसवार्ता कर उपवन में गोवंश मरने और उन्हें कूड़े में दफनाने के आरोप लगाए थे। सुबह नगर आयुक्त उपवन पहुंचे जहां दो गोवंश के पैर में चोट लगी मिली। ज्यादातर गायों की जियो टै¨गग नहीं हुई। नगर स्वास्थ्य अधिकारी को दो दिन के भीतर सभी गोवंश की जियो टै¨गग कराने के निर्देश दिए। बीमार गायों को अलग बांधकर नियमित देखभाल करने को कहा। खुले तारों को अंडरग्राउंड कराने, साफ-सफाई, एंटी फॉ¨गग और एंटीलार्वा का छिड़काव करने के भी निर्देश दिए।

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