मशरूम संवर्धन प्रशिक्षण कार्यशाला : बरेली कॉलेज में युवाओं से बोले केंद्रीय मंत्री, नौकरी लेने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले बनें
Mushroom Cultivation Training Workshop केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार ने स्वयंसेवकों से कहा कि जो कुछ भी राष्ट्रीय सेवा योजना छात्र इकाई में सिखाया जाता है वह अपने चरित्र में उतारने की आवश्यकता है। जिससे आम लोग आपको देख कर राष्ट्रीय सेवा योजना का वास्तविक अर्थ समझें।
बरेली, जेएनएन। राष्ट्रीय सेवा योजना छात्र इकाई- प्रथम बरेली कॉलेज एवं कृषि विज्ञान केंद्र, आइवीआरआइ के सहयोग से छात्र-छात्राओं के लिए मशरूम संवर्धन प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत हुई। मुख्य अतिथि केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार ने स्वयंसेवकों से कहा कि जो कुछ भी राष्ट्रीय सेवा योजना छात्र इकाई में सिखाया जाता है वह अपने चरित्र में उतारने की आवश्यकता है। जिससे आम लोग आपको देख कर के ही राष्ट्रीय सेवा योजना का वास्तविक अर्थ समझें।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ राजीव यादव ने बताया कि बरेली कॉलेज बरेली के इतिहास में इस तरह का यह पहला प्रशिक्षण है, जिसमें हम छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के साथ-साथ धन उपार्जन भी सिखा रहे हैं। इसके लिए कृषि विज्ञान केंद्र धन्यवाद का पात्र है। इस प्रशिक्षण में करीब 200 से अधिक छात्र-छात्राएं अपने जीवन में रोजगार या स्वाबलंबन के लिए उतारें, तब शायद इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य सफल हो पायेगा। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ हरिशंकर गंगवार ने सौ स्वयंसेवकों को टी-शर्ट उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
कृषि विज्ञान केंद्र आइवीआरआइ के प्रभारी डॉ. आर के सिंह ने कहा कि हम स्वावलंबन या स्वरोजगार तभी प्राप्त कर सकते हैं जब हम में कुछ नया करने की ललक होगी। बरेली कॉलेज बरेली के प्राचार्य डॉ. अनुराग मोहन ने छात्रों से कहा कि वह नौकरी लेने वाले ना बने बल्कि नौकरी देने वाले बनें। क्योंकि यदि हम मशरूम जैसे छोटे-छोटे रोजगार को शुरू करेंगे तब हम दूसरों को रोजगार भी दे पाएंगे इसलिए हम सभी को पढ़ाई के साथ-साथ इस तरह के व्यवसाय से जुड़ने की जरूरत है। कार्यक्रम में नाबार्ड के क्षेत्रीय प्रबंधक धर्मेंद्र मिश्रा, जीशान, नैतिक सक्सेना, विशाल पटेल, वैभव गुप्ता, आशुतोष गंगवार, शिवम दिवाकर, विकास शर्मा, जितिन गौड़, महेंद्र पाल, मो. अरकाम , श्रद्धा गुप्ता, काजल अलशिफा, सीता चौधरी उपस्थित रहे।