Market : दस माह बाद गिरा सोने का भाव तो बरेली के बाजार में बढ़ गई रौनक, जानिए कितना गिरा दाम
Gold Price News शेयर बाजार में उछाल पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी और कोविड टीकाकरण की सफलता के चलते सोने के दामों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। करीब 10 माह बाद 22 कैरेट सोने का भाव 45 हजार पर पहुंच गया है।
बरेली, जेएनएन। : शेयर बाजार में उछाल, पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी और कोविड टीकाकरण की सफलता के चलते सोने के दामों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। करीब 10 माह बाद 22 कैरेट सोने का भाव 45 हजार पर पहुंच गया है, जबकि 24 कैरेट का भाव 46,500 रुपये है। पिछले वर्ष जून में जेवराती सोने का भाव 44,800 रुपये था। सहालग से ठीक एक महीने पहले सोने के दामों में गिरावट आने से बाजार गर्म है। ज्वैलर्स की दुकानों पर सोने की बुकिंग और जेवरात बनवाने वालों की भीड़ है।
शहर के सराफा एसोसिएशन के अनुसार डॉलर के मजबूत होने और अमेरिकी बांड से आय में वृद्धि के बीच सोने की कीमत में गिरावट दर्ज की गई है। इसके अलावा कोविड वैक्सीन आने के बाद इसके सफल उपयोग और बढ़ते वैक्सीनेशन से जोखिम वाले उत्पादों के प्रति निवेश को लेकर लोगों की धारणा मजबूत हुई और इससे निवेश के मामले में सुरक्षित समङो जाने वाले सोने की डिमांड में कमी आई। जनवरी से अब तक के दाम को ही देख लें तो जनवरी में सोने का भाव 52,950 था जो अब 45 हजार पर आ गया है। करीब दो माह में सोने का दाम 7,950 रुपये कम हुआ है।
सोना खरीदने से पहले समझें गणित
भारत सरकार ने 14, 18, 22 और 24 कैरेट के सोने को मान्यता दी है। इसमें जेवरात बनाने के लिए 14, 18 और 22 कैरेट सोने का ही इस्तेमाल होता है। इसमें अलग-अलग परसेंटेज के हिसाब से सोना होता है। सबसे अधिक जेवरात 22 कैरेट सोने के ही बनाए जाते हैं। इसकी कीमत इस समय 45 हजार रुपये के आसपास है। जबकि 24 कैरेट सोने की कीमत 46,500 रुपये के आसपास है।
शेयर बाजार में उछाल और तेल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी से सोने के भाव पर फर्क पड़ा है। सहालग से पहले सोना सस्ता होने से बाजार में खरीदारी को अच्छी संख्या में ग्राहक आ रहे हैं। - संदीप अग्रवाल, अध्यक्ष, सराफा एसोसिएशन
आयात शुल्क कम होने और टीकाकरण पर लोगों का विश्वास बढ़ने के चलते दामों में कमी आई है। सहालग के मद्देनजर लोगों ने जेवरात बनवाना शुरू कर दिए हैं। खरीदारी का अच्छा मौका है। आने वाले समय में दाम बढ़ सकते हैं। - सौरभ अग्रवाल, सराफा व्यापारी