किसानों को मुआवजा दिलाने के लिए महाराष्ट्र की इस कंपनी को लिखा पत्र

गौरी धान में बाली व दाना न आने पर तंगहाल व परेशान किसानों को मुआवजा दिलाने के लिए कृषि विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। जिला कृषि अधिकारी ने एफआइआर दर्ज कराने के बाद मुआवजा के लिए कंपनी के निदेशक मंडल को पत्र लिखा है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 11:00 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 11:00 PM (IST)
किसानों को मुआवजा दिलाने के लिए महाराष्ट्र की इस कंपनी को लिखा पत्र
किसानों को मुआवजा दिलाने के लिए महाराष्ट्र वाली खबर में प्रतीकात्मक फोटो

शाहजहांपुर, जेएनएन। गौरी धान में बाली व दाना न आने पर तंगहाल व परेशान किसानों को मुआवजा दिलाने के लिए कृषि विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। जिला कृषि अधिकारी ने एफआइआर दर्ज कराने के बाद मुआवजा के लिए कंपनी के निदेशक मंडल को पत्र लिखा है। उधर नंदेड़ महाराष्ट्र में शाहजहांपुर के एफआइआर प्रकरण पर बैठक हुई। इसके कंपनी के ओर से जिला कृषि अधिकारी डा. सतीश चंद्र पाठक से संपर्क साधा गया।

कंपनी प्रतिनिधि ने किसानों को मुआवजा दिए जाने का भरेासा भी दिलाया है। तिलहर तहसील के 177 किसानों ने करीब 300 बीघा में गौरी धान लगाया, लेकिन बाली नहीं आई। किसानों की शिकायत पर कृषि अधिकारी ने जांच कराई। पुष्टि होने के बाद उन्होंने कीर्तिमान एग्रो जेनेटिक लिमिटेड के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। एफआइआर के बाद कंपनी के निर्देशक मंडल में खलबली मच गई।

तो देश भर में ब्लैकलिस्टेड हो जाएगी कंपनी जिला कृषि अधिकारी डा. सतीश चंद्र पाठक किसानों ने कंपनी के निदेशक मंडल को कड़ा पत्र लिखा है। उन्होंने किसानों को दयनीय दर्शाते हुए तत्काल मुआवजा दिए जाने को आगाह किया है। चेतावनी दी कि यदि कंपनी ने त्वरित कार्रवाई नहीं कि तो कंपनी को अन्य प्रांतों की कालीसूची में डालने के लिए कार्रवाई की जाएगी।

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