एक बार सड़क पर निकलो, कमर दर्द शुरू
जागरण संवाददाता, बरेली: शहर में यूं तो हर जगह खराब सड़कों का जाल है, लेकिन इंदिरा नगर की वर्षो पुरानी सड़क कराहने को मजबूर कर देती हैं। यहां एक बार सड़क पर निकले तो कमर पर दर्द होना लाजिमी है। एक बार निकलने वाला अगली बार यहां से निकलने का नाम नहीं लेता। वहीं, नालियों की दशा बेहद खराब है। गंदगी ऊपर तक भरी है। कूड़ा भी नियमित नहीं उठता।
जागरण आपके द्वार कार्यक्रम के तहत टीम मंगलवार को वार्ड 29 इंदिरा नगर की मुख्य रोड पर पहुंची। आखिर में शिव मंदिर के पास सड़क को बेहद जर्जर हाल में पाया। साइकिल से लेकर कार सवार भी हिचकोले खाते निकल रहे थे। सड़क के सीने के गहरे घाव राहगीरों की मुसीबत बने हुए हैं। एक बार निकलने पर कमर दर्द तो जरूर होगा। यहां तीस साल से सड़क नहीं बनी है। वहीं सड़क के पास बना नाला गंदगी से बजबजा रहा है। सिल्ट ऊपर से ही दिखाई दे रही हैं। नालियों पर उगी घास सफाई नहीं होने का सबूत हैं। टूटी सड़क और नालियां साफ नहीं होने से घरों में पानी घुस जाता है। कूड़ा भी नहीं उठता। डेयरियों के गोबर से नालियां चोक हैं।
लोगों से बातचीत
- अरसे से यहां की सड़क खराब है। बारिश होने पर गढ्डे में भरा पानी हादसों का कारण बनता है। नाले भी गंदगी से भरे रहते हैं। सफाई भी नहीं होती है।
विमला शर्मा
- डेयरी के गोबर को नाली में बहा दिया जाता है। इससे नालियां चोक हैं। सड़क तो बरसों से खराब है। बारिश होने पर जबरदस्त जलभराव होता है।
सुधीर सक्सेना
- एक साल पहले सीवर लाइन पड़ी, लेकिन अब तक चालू नहीं हुई। बारिश में घरों के अंदर पानी भर जाता है। कूड़ा भी रोजाना नहीं उठता।
दीपिका यादव
- सीवर लाइन चलती नहीं है। गलियों में सीवर नहीं पड़ी। नाली साफ नहीं होती है। सिल्ट से भरी हुई है। घरों में पानी भर जाता है।
आलोक सक्सेना