बरेली में समाधान दिवस पर महिला फरियादी से मारपीट प्रकरण की जांच शुरू Bareilly News

मीरगंज समाधान दिवस पर फरियादी महिला के साथ हुई मारपीट एवं जमीन प्रकरण की जांच के लिए डीएम नितीश कुमार ने दो सदस्यीय कमेटी बना दी।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Thu, 23 Jan 2020 10:03 AM (IST) Updated:Thu, 23 Jan 2020 01:08 PM (IST)
बरेली में समाधान दिवस पर महिला फरियादी से मारपीट प्रकरण की जांच शुरू  Bareilly News
बरेली में समाधान दिवस पर महिला फरियादी से मारपीट प्रकरण की जांच शुरू Bareilly News

जेएनएन, बरेली : मीरगंज समाधान दिवस पर फरियादी महिला के साथ हुई मारपीट एवं जमीन प्रकरण की जांच के लिए डीएम नितीश कुमार ने दो सदस्यीय कमेटी बना दी। बुधवार को एसीएम प्रथम रोहित यादव और एसीएम चतुर्थ ममता मालवीय ने गांव पहुंचकर महिला के बयान दर्ज किए। वहीं महिला का कहना है कि सार्वजनिक स्थान पर अफसरों के इशारे पर मुझे पीटा गया, इसके बाद मेरे खिलाफ ही मुकदमा दर्ज करा दिया गया। मारपीट का वीडियो मुख्यमंत्री को दिखाकर कार्रवाई की मांग करुंगी।

बैरमनगर गांव निवासी एवं राजेश कुमार और उनकी पत्नी सोनी देवी अनुसूचित जाति की हैं, उनके लिए पट्टे हुए थे। सोनी का कहना है कि जमीन आवंटन नहीं हुआ। जिसकी शिकायत वह कई बार कर चुकीं। मंगलवार को संपूर्ण समाधान दिवस में भी वह प्रार्थना पत्र लेकर पहुंची। आरोप है कि अधिकारियों के इशारे पर महिला पुलिसकर्मी उन्हें जबरन सभागार से बाहर ले जाने लगीं। विरोध पर जमीन पर घसीटा, थप्पड़ मारा। छीनाझपटी में उनकी नाक से खून बहने लगा। सोनी ने मौजूद वहां मौजूद एडीएम, एसपी देहात, एसडीएम पर आरोप लगाए। दूसरी ओर मंगलवार देर रात सोनी के खिलाफ सरकारी का में बाधा डालने की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। बुधवार को सोनी ने कहा कि मुख्यमंत्री के पास जाकर पूरी घटना की जानकारी देंगे। आवंटित भूमि पर कब्जा दिलाए जाने की मांग करेंगे। वहीं एसडीएम राजेश चंद्र का कहना है कि महिला से प्राप्त शिकायत की जांच की जा रही है।

यहां से शुरू हुआ पूरा मामला

बैरमनगर गांव निवासी एवं राजेश कुमार और उनकी पत्नी सोनी देवी के नाम वर्ष में आठ बीघा कृषि भूमि का पट्टा हुआ था। इस आवंटित भूमि को आवंटी ने बटाई पर उठा रखा है। दूसरा पट्टा वर्ष 2011 में चार बीघा कृषि भूमि का हुआ। आवंटित भूमि आवंटन से पूर्व गांव के ही मंगल खां के नाम थी। आसामी पट्टा होने के नाते एसडीएम ने खारिज कर इस भूमि का आवंटन इन्हीं दंपती को कर दिया। जानकारी होने पर मंगल खां ने इस आवंटन को एसडीएम कोर्ट में वाद दायर कर चुनौती दी, जो कोर्ट में निर्णय हेतु लंबित है, जिसकारण आवंटित भूमि पर पट्टेदार को कब्जा नहीं मिल सका। घटना का एक मात्र कारण जल्दबाजी में ग्राम समाज भूमि का आवंटन और आवंटित भूमि पर कब्जा परिवर्तन न कराना विवाद उभरकर सामने आया है। सोनी देवी के पति राजेश कुमार बीमार रहते हैं। इसके चलते आवंटित भूमि पर कब्जा परिवर्तन संबंधी पैरवी उनकी पत्नी करती है।

एसीएम ने देखी पट्टे की जमीन

बुधवार दोपहर को एसीएम प्रथम रोहित यादव और एसीएम चतुर्थ ममता मालवीय जांच के लिए सोनी के घर पहुंची। अधिकारियों ने बताया कि सोनी के घर में दो पक्के कमरे बने थे, बरामदे में खपरैल थी। उनकी आठ बीघा पïट्टे की जमीन को देखा गया। इस जमीन को वह नदी की रेतीली जमीन बता रही है लेकिन, मौके पर गेहूं की फसल लहलहा रही है। इस दौरान सोनी की अधिकारियों के साथ बहस भी हुई। अधिकारियों ने वृक्षारोपण के लिए दी गई एक एकड़ जमीन को भी देखा। अधिकारियों का कहना है कि उसको पहले भी एक पïट्टा दिया गया था। जिसे बाद में निरस्त कर दिया गया।

क्या बोले जांच अधिकारी

मामले की जांच की गई है। कई आरोप महिला के गलत निकले हैं। मामले की पूरी रिपोर्ट डीएम को सौंपी जाएगी। -रोहित यादव, जांच अधिकारी  

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