चिन्मयानंद-छात्रा प्रकरण : छात्रा के कॉलेज ट्रांसफर को लेकर रुविवि में मंथन Bareilly News

दो संस्थानों में छात्रा को ट्रांसफर किए जाने का विकल्प है। एक सेल्फ फाइनेंस कॉलेज है क्योंकि छात्रा अभी स्वामी चिन्मयानंद के जिस कॉलेज में पढ़ रही हैं वह भी सेल्फ फाइनेंस है।

By Abhishek PandeyEdited By: Publish:Tue, 03 Sep 2019 09:37 AM (IST) Updated:Tue, 03 Sep 2019 08:47 PM (IST)
चिन्मयानंद-छात्रा प्रकरण : छात्रा के कॉलेज ट्रांसफर को लेकर रुविवि में मंथन Bareilly News
चिन्मयानंद-छात्रा प्रकरण : छात्रा के कॉलेज ट्रांसफर को लेकर रुविवि में मंथन Bareilly News

बरेली, जेएनएन : पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप लगाने वाली कानून की छात्रा को उनके कॉलेज से किसी दूसरे शैक्षिक संस्थान में ट्रांसफर किए जाने की कवायद तेज हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, कोर्ट के आदेश के बाद शासन से छात्रा को किसी दूसरे कॉलेज में प्रवेश दिलाने के निर्देश आए हैं। इस पर एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय प्रशासन मंथन कर रहा है।

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सोमवार को दीक्षा समारोह समाप्त होने के बाद देर रात को विवि में छात्रा के प्रवेश का मुद्दा रखा गया। दो संस्थानों में छात्रा को ट्रांसफर किए जाने का विकल्प है। इसमें एक सेल्फ फाइनेंस कॉलेज है, क्योंकि छात्रा अभी स्वामी चिन्मयानंद के जिस कॉलेज में पढ़ रही हैं, वह भी सेल्फ फाइनेंस है। रुविवि की प्रवेश नियमावली के मुताबिक सेल्फ फाइनेंस के किसी छात्र को सेल्फ फाइनेंस कॉलेज में ही ट्रांसफर किया जा सकता है।

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हालांकि, किसी विशेष केस या फिर शासन की अनुमति पर छात्रा को विवि से संबद्ध किसी भी कॉलेज में ट्रांसफर किया जाता है। यहां छात्रा को ट्रांसफर किए जाने वाले संस्थानों के दो विकल्प है। इसमें एक बिजनौर में है। छात्रा शाहजहांपुर की है। बिजनौर यहां से दूर पड़ेगा। सुरक्षा का भी मसला है। इसलिए शायद बिजनौर ट्रांसफर न किया जाए। दूसरा विकल्प बरेली है। बरेली के संस्थान में ही छात्रा को प्रवेश देने की ज्यादा संभावनाएं हैं। दूरी भी कम है। इस लिहाज से छात्रा को बरेली में ही प्रवेश दिलाए जाने की ज्यादा संभावना है।

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मैं आज दीक्षा समारोह में व्यस्त रहा। इस संबंध में अभी न कोई निर्णय हुआ है न कुछ बताने की स्थिति में हूं। -प्रो. अनिल शुक्ल, कुलपति रुविवि  

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