Hello Doctor : बरेली में डाॅक्टर बाेले- पाेस्ट कोविड मरीजों की आउट ऑफ कंट्रोल हो रही डायबिटीज, बढ़ रहा डिप्रेशन
Hello Doctor कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके लोग अब कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। कोविड के इलाज के दौरान लगातार दिए गए स्टेरायड के चलते अब डायबिटीज आउट ऑफ कंट्रोल हो रही है। लोग म्यूकरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) की चपेट में आ रहे हैं।
बरेली, जेएनएन। Hello Doctor : कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके लोग अब कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। कोविड के इलाज के दौरान लगातार दिए गए स्टेरायड के चलते अब डायबिटीज आउट ऑफ कंट्रोल हो रही है। लोग म्यूकरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) की चपेट में आ रहे हैं। फेफड़ों को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाने वाले इस कोरोना संक्रमण के जाल से जब मरीज बाहर आ रहे हैं तो उनमें पल्मोनरी फाइब्रोसिस जैसी खतरनाक बीमारी घेर ले रही है।
शहर के अस्पतालों में आज सबसे अधिक पोस्ट कोविड मरीज भर्ती है। जरूरी है कि कोविड की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अपना चेकअप जरूर कराएं। जिससे अगर शरीर का कोई हिस्सा डैमेज या कोई बीमारी हो तो उसकी जानकारी हो जाए। जिससे समय रहते उपचार कराया जा सके। दैनिक जागरण के हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में मौजूद रहकर मंडलीय चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजीशियन डा. अजय मोहन अग्रवाल ने लाेगाें के सवालों के जवाब दिए।
सवाल : पिताजी आठ दिन पहले अस्पताल से डिस्चार्ज होकर आ गए हैं। उन्हें अब सांस लेने में काफी दिक्कत होने लगी है, क्या कारण हो सकता है ? - अनूप अग्रवाल, बड़ा बाजार
जवाब : अगर सांस लेने में तकलीफ है तो एक बार रुटीन चेकअप करा लें। एक्सरे कराकर फेफड़ों की स्थिति पता करें। ऐसी स्थिति में चिकित्सक से जल्द संपर्क करें। फेफड़ों में दिक्कत होने से परेशानी बढ़ सकती है।
सवाल : पिता को लगातार बुखार है। सुगर बढ़ गई है। क्या दोबारा कोरोना हो सकता है। आंख में सजून भी है कोई और बीमारी तो नहीं है ? - नरेंद्र गंगवार, नवाबगंज
जवाब : अगर सुगर बढ़ी है तो कई इंफेक्शन हो सकते हैं। आंख में सूजन आना खतरे का संकेत है। उन्हें तत्काल लेकर जिला अस्पताल या किसी हायर सेंटर पर जाएं। चेकअप कराकर विधिवत इलाज शुरू कराएं। इसमें देरी बिल्कुल न करें।
सवाल : घर में हर किसी को सर्दी-जुकाम हो रहा है। कोरोना के भी यही लक्षण हैं, कैसे बचाव करें ?- दिव्या, सनसिटी विस्तार
जवाब : सर्दी-जुकाम भी वायरल इंफेक्शन है। घर में सभी को दिक्कत है, तो मास्क लगवाएं। उसे दवा दिलवाएं। राहत न मिलने पर समय रहते कोविड जांच जरूर करा लें। साफ-सफाई का ध्यान रखें।
सवाल : कोरोना से ठीक हो चुका हूं, लेकिन चलने में सांस फूलने लगी है, क्या करें ? - प्रमोद कुमार, कोहाड़ापीर
जवाब : कोरोना वायरस तेजी से फेफड़े की मांसपेशियों एवं खून की नसों को डेमैज करता है। कई मरीजों में लंग्स फाइब्रोसिस जैसे लक्षण भी आ जाते हैं। इसलिए चिकित्सक से जल्द संपर्क कर चेकअप कराएं।
सवाल : सुगर के मरीजों के लिए कोरोना कितना घातक हो सकता है, क्या करना चाहिए ? - महेश पटेल, करगैना, सुभाष नगर
जवाब : सामान्य मरीजों की तुलना में मधुमेह से ग्रसित मरीजों के लिए कोरोना संक्रमण कई गुना अधिक घातक है। घर में रहे। बाहर से आने वाले के संपर्क में न आएं। नियमित व्यायाम करें और खानपान नियंत्रित करें।
सवाल : कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है, अब घर हूं, लेकिन कमजोरी बहुत फील होती है, क्यों और क्या करें ? - अनुज शर्मा, वीरसावरकर नगर
जवाब : कोरोना से ठीक हो चुके कई मरीजों में कोई न कोई समस्या आ रही है। ऐसे पोस्ट कोविड कॉम्प्लिकेशन कहते हैं। कमजोरी तो एसथीनिया हो सकता है, चिकित्सक से संपर्क कर चेकअप कराएं। अच्छा प्रोटीन युक्त खाना खाएं, जूस को डाइट में शामिल करें।
सवाल : कोरोना का डर खत्म नहीं हो रहा है। कई परिचतों की मौतें हो गई हैं। ऐसे में हर समय भय बना रहता है, क्या करें समझ नहीं आता ? प्रीती शर्मा, अलीगंज
जवाब : सकारात्मक रहें। नकारात्मक सोच हावी न होने दें। कोरोना से अधिकतर लोग ठीक हो रहे हैं। घबराएं नहीं। वहीं बीमारी से बचाव संबंधी नियमों का पालन करें। वैक्सीन खुद भी लगवाएं और अन्य सदस्यों को भी इसके प्रति जागरूक करें।
सवाल : कोरोना से ठीक हुए दो हफ्ते हो गए है, कभी-कभी सिर दर्द होने लगता है। क्या हो सकता है ? - राघवेंद्र प्रताप, भमोरा
जवाब : सबसे पहले आंखों की जांच करा लें। ईएनटी से संपर्क करें। सिर में दर्द के अलावा अगर नाम या आंख में भी दिक्कत है तो यह गंभीर समस्या हो सकती है। खाली पेट न रहें, समय पर भोजन करें।
सवाल : कोरोना हुआ था। मुंह में अभी भी कड़वाहट बनी रहती है। बीपी-डिप्रेशन की समस्या है, क्या करें ? - सुनीता यादव, बिहारीपुर कासगरान
जवाब : डिप्रेशन की जो दवाएं ले ही रहीं हैं वह ठीक हैं। तनाव न लें, इससे बीपी की समस्या और बढ़ सकती है। खुद को किसी काम में व्यस्त रखें। सकारात्मक सोचे, सकारात्मक न्यूज देखें व सकारात्मक साहित्य पढ़ें। घबराएं नहीं, ठीक हो जाएंगी।