बरेली की सदर तहसील कोर्ट में अब इस तरह से पहचानी जाएंगी फाइले, होगी सुरक्षा... जानिए कैसे Bareilly News

सदर तहसीलदार कोर्ट की फाइलें गायब होने के मामले सामने आने के बाद तहसीलदार आशुतोष गुप्ता ने जिम्मेदारी तय कर दी है। उन्होंने कहा कि अब अगर कोर्ट से फाइल गायब होती है

By Abhishek PandeyEdited By: Publish:Fri, 15 Nov 2019 05:56 PM (IST) Updated:Fri, 15 Nov 2019 06:04 PM (IST)
बरेली की सदर तहसील कोर्ट में अब इस तरह से पहचानी जाएंगी फाइले, होगी सुरक्षा... जानिए कैसे Bareilly News
बरेली की सदर तहसील कोर्ट में अब इस तरह से पहचानी जाएंगी फाइले, होगी सुरक्षा... जानिए कैसे Bareilly News

जेएनएन, बरेली : सदर तहसीलदार कोर्ट की फाइलें गायब होने के मामले सामने आने के बाद तहसीलदार आशुतोष गुप्ता ने जिम्मेदारी तय कर दी है। उन्होंने कहा कि अब अगर कोर्ट से फाइल गायब होती है तो इसके लिए सीधे तौर पर पेशकार जिम्मेदार होंगे। कोर्ट की फाइलें उनकी कस्टडी में रहती हैं।

अलग अलग रंग की होगी फाइल 

तहसील की सदर, न्यायिक, चौबारी और रिठौरा कोर्ट की फाइलों का अब कोर्ट के हिसाब से अलग-अलग रंग होगा। उन पर पक्षकार के साथ अधिवक्ता और उनका मोबाइल नंबर भी पड़ा होगा। सभी कोर्ट की फाइलों की सूची बनाकर उनका साप्ताहिक सत्यापन किया जाएगा। जिससे पता चल सके कि कौन सी फाइल है और कौन सी नहीं है।

पेशकारों को दिए गए ये निर्देश 

पेशकार को निर्देश दिए गए हैं कि वह रोज फाइलों का मिलान करेंगे । कोई फाइल नहीं है तो उसकी तुरंत सूचना देंगे । सीसीटीवी कैमरे लगवाने के लिए डीएम को भी पत्र लिखा जाएगा। कैमरे ऐसी जगह पर लगवाए जाएंगे, जहां से कोर्ट और अभिलेखागार की निगरानी की जा सके।

 दो पहिया वाहन पर कैमरे की नजर 

तहसील से मोटर साइकिल के चोरी होने की घटनाओं को देखते हुए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे लेकिन अभिलेखागार और कोर्ट जहां पर सबसे ज्यादा कैमरों की जरूरत थी। वहां पर कैमरे नहीं लगाए गए।

स्पीडपोस्ट से पुलिस को भेजी थी तहरीर 

तहसीलदार सदर ने बताया कि फाइलों के गायब होने पर पेशकार ने कोतवाली थाने में एफआइआर लिखाने का प्रयास किया था लेकिन पुलिस ने टरका दिया। इसके बाद पेशकार ने स्पीड पोस्ट से तहरीर भेजी थी।तहसीलदार ने कहा कि मामला गंभीर है। कई बार उच्चाधिकारियों को भी पत्र लिखा है।

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