तीन महीने से श‍िक्षा म‍ित्रों को नहीं मिला मानदेय, ब्याज पर पैसा लेकर चला रहे खर्च

प्राइमरी स्कूलों में तैनात शिक्षा मित्र इन दिनों आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। बीते तीन महीने से उन्हें मानदेय का पैसा नहीं मिला कई शिक्षा मित्र ब्याज पर पैसा लेकर खर्च चला रहे।

By Abhishek PandeyEdited By: Publish:Fri, 11 Sep 2020 10:11 PM (IST) Updated:Fri, 11 Sep 2020 10:11 PM (IST)
तीन महीने से श‍िक्षा म‍ित्रों को नहीं मिला मानदेय, ब्याज पर पैसा लेकर चला रहे खर्च
तीन महीने से श‍िक्षा म‍ित्रों को नहीं मिला मानदेय, ब्याज पर पैसा लेकर चला रहे खर्च

बरेली, जेएनएन: प्राइमरी स्कूलों में तैनात शिक्षा मित्र इन दिनों आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। बीते तीन महीने से उन्हें मानदेय का पैसा नहीं मिला, जिसकी वजह से कई शिक्षा मित्र ब्याज पर पैसा लेकर खर्च चलाने को मजबूर हैं। विभागीय अधिकारियों को समस्या से अवगत कराने के बाद भी कोई हल नहीं निकला तो शुक्रवार को शिक्षा मित्रों ने उप्र प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के नेतृत्व में काली पट्टी बांध कर स्कूलों में अपना विरोध दर्ज कराया।

बरेली में 3065 और पूरे मंडल में करीब 11 हजार शिक्षा मित्र तैनात हैं। इन्हें सरकार की ओर से 10 हजार रुपये प्रति माह दिया जाता है। संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. केपी ङ्क्षसह ने बताया कि शिक्षा मित्र कोविड महामारी के दौरान भी रेगुलर स्कूल जा रहे हैं। फिर भी जून से उन्हें मानदेय नहीं मिल रहा है, जिससे वह भुखमरी की कगार पर हैं। ऐसे में उन्हें पांच फीसद ब्याज पर पैसा उधार लेकर घर का खर्च चलाना पड़ रहा है। मानदेय समय से न आने की वजह से ब्याज देना भी मुश्किल हो रहा है। इसलिए बेसिक शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन भेजकर जल्द मानदेय उपलब्ध कराने की मांग की है।

कोट

शिक्षा मित्रों का मानदेय इस बार पोर्टल के माध्यम से सीधे खाते में भेजा जाना है। फीङ्क्षडग हो गई है। सत्यापन भी करा लिया गया है।सोमवार तक खाते में पैसा भेज दिया जाएगा।

विनय कुमार, बीएसए बरेली  

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