गंगाशील अस्पताल में दवाओं पर कमीशनबाजी, शिकायत पर जांच शुरू

प्रधानमंत्री पोर्टल पर डीडीपुरम स्थित गंगाशील अस्पताल के खिलाफ शिकायत की गई है। आरोप हैं कि अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने में दलाली और दवाइयों में कमीशनबाजी चलती है। इसका विरोध करने पर स्टाफ अभद्रता करता है।

By Edited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 03:27 AM (IST) Updated:Tue, 20 Oct 2020 09:50 AM (IST)
गंगाशील अस्पताल में दवाओं पर कमीशनबाजी, शिकायत पर जांच शुरू
गंगाशील अस्पताल में दवाओं पर कमीशनबाजी, शिकायत पर जांच शुरू

बरेली, जेएनएन। प्रधानमंत्री पोर्टल पर डीडीपुरम स्थित गंगाशील अस्पताल के खिलाफ शिकायत की गई है। आरोप हैं कि अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने में दलाली और दवाइयों में कमीशनबाजी चलती है। इसका विरोध करने पर स्टाफ अभद्रता करता है। शहर के नरकुलागंज निवासी शरद माहेश्वरी ने प्रधानमंत्री को संबोधित शिकायती पत्र पीएम पोर्टल पर भेजा है। आरोप है कि गंगाशील अस्पताल में किसी नियम का पालन नहीं किया जाता है।

अस्पताल में पार्किग की भी व्यवस्था नहीं है। अप्रशिक्षित व ट्रेनी स्टाफ है। लिखी जाने वाली दवाएं अस्पताल में खुले मेडिकल स्टोर पर ही मिलती हैं। दवाइयां भी एक ही कंपनी की होती हैं। पूरे अस्पताल में कोई प्राइज लिस्ट नहीं है और न ही किसी भी प्रोसीजर का शुल्क निर्धारित है। शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि अस्पताल प्रबंधन के इसी रवैये के चलते पूर्व में इसे सील कर लाइसेंस भी निरस्त किया गया था।

पोर्टल पर की गई शिकायत में इसी तरह से 17 बिंदु हैं। रिश्तेदार के नाम पर फर्म शिकायती पत्र में शरद माहेश्वरी का आरोप है कि अस्पताल निदेशक ने अपने रिश्तेदारों व कर्मचारियों के नाम पर एक फर्म बना रखी है। इसी फर्म से दिल की दवाइयां व इंजेक्शन खरीदवाए जाते हैं। फर्म का पता डीडीपुरम से बदलकर अब मुंबई कर दिया गया है।

आइजीआरएस के जरिए की गई शिकायत का संज्ञान लेते हुए अस्पताल प्रबंधन को नोटिस भेजा है। उनसे दो दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। जवाब मिलने या न मिलने की स्थिति में आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। - डॉ. विनीत कुमार शुक्ला, सीएमओ

अस्पताल में दवाओं को लेकर कमीशनबाजी व अन्य आरोपों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। शिकायतकर्ता कौन है और शिकायत क्यों की गई इस बारे में भी पता नहीं है। डा. निशांत गुप्ता, निदेशक, गंगाशील अस्पताल

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