बरेली में कालेज के लिपिक ने दे दी जान

अवसाद में चल रहे राजकीय इंटर कालेज (जीआइसी) के बड़े बाबू विवेक वर्मा ने फंदे से लटककर जान दे दी। उन्होंने सुसाइड नोट में लिखा कि अपनी मौत का जिम्मेदार स्वयं हूं। 15 अगस्त को कालेज में आयोजित कार्यक्रम में बड़े बाबू ने हिस्सा लिया था। सोमवार को उनका शव मिला।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Aug 2021 06:31 AM (IST) Updated:Tue, 17 Aug 2021 06:31 AM (IST)
बरेली में कालेज के लिपिक ने दे दी जान
बरेली में कालेज के लिपिक ने दे दी जान

बरेली, जेएनएन : अवसाद में चल रहे राजकीय इंटर कालेज (जीआइसी) के बड़े बाबू विवेक वर्मा ने फंदे से लटककर जान दे दी। उन्होंने सुसाइड नोट में लिखा कि अपनी मौत का जिम्मेदार स्वयं हूं। 15 अगस्त को कालेज में आयोजित कार्यक्रम में बड़े बाबू ने हिस्सा लिया था। सोमवार को उनका शव मिला। विवेक वर्मा प्रेमनगर के बजरिया पूरनमल स्थित तिल्लर डेरी के पास रहते थे। पुलिस के मुताबिक, विवेक अवसाद में चल रहे थे। शराब के आदी हो गए थे। काफी समय से वह पत्नी व बच्चों से अलग कमरे में रहते थे। रविवार की रात खाना खाकर कमरे में गए। सोमवार सुबह को देर तक बाहर नहीं आए तो स्वजन ने आवाज दी मगर, कोई जवाब नहीं आया। आशंका होने पर पुलिस की मौजूदगी में दरवाजा तोड़ा तो छज्जे के कुंडे में साड़ी से बने फंदे से वह लटके हुए थे। देर शाम पोस्टमार्टम में हैगिग से मौत की पुष्टि हुई। विवेक एक वर्ष पहले डीआइओएस कार्यालय से ट्रांसफर होकर जीआरसी में तैनात हुए थे। स्वजन का कहना है कि वह किसी से बातचीत नहीं करते थे। अपना खाना तक अलग बनाते थे। कालेज में उन्होंने कभी इस बात की किसी को भनक तक नहीं लगने दी। कालेज से जुड़े लोगों के मुताबिक, विवेक हमेशा से कम बोलते थे। 15 अगस्त को आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने पूरा समय दिया।

बीमारी से तंग आकर महिला ने रामगंगा में लगाई छलांग

बरेली, जेएनएन : बीमारी से तंग आकर एक महिला ने सोमवार को रामगंगा नदी में छलांग लगा दी। गनीमत रही कि घटना के दौरान गोताखोरों ने उसे तुरंत पानी से बाहर निकाल लिया।

सुभाषनगर के गुलाब बजरिया की रहने वाली रमा कश्यप बीते तीन साल से बीमार चल रही हैं। काफी इलाज के बाद भी उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ। इस पर सोमवार को उन्होंने जान देने की ठान ली। किराए पर उन्होंने आटो रिक्शा किया। यहां से वह सीधे रामगंगा पुल पहुंची। आटो से उतरते के बाद उन्होंने नदी में छलांग लगा दी। पास में ही गोताखोर खड़े थे। महिला को नदी में छलांग लगाता देख गोताखोर उसे बचाने आगे बढ़े। तुरंत में महिला को निकाला। इसके बाद दोनों गोताखोर महिला को लेकर रामगंगा चौकी पहुंचे। पुलिस को पूरी बात बताई। पूछताछ में महिला ने बीमारी से तंग आने की बात कही। महिला का बेटा विकास और भतीजा आकाश पहुंचा। पुलिस ने महिला उनके सुपुर्द कर दी।

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