किला नदी में कूद गया कैंसर पीड़ित

जागरण संवाददाता, बरेली : कैंसर से पीड़ित मांझा कारीगर ने किला नदी में छलांग लगा दी। बरसात के

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Aug 2018 08:25 PM (IST) Updated:Thu, 02 Aug 2018 02:04 AM (IST)
किला नदी में कूद गया कैंसर पीड़ित
किला नदी में कूद गया कैंसर पीड़ित

जागरण संवाददाता, बरेली : कैंसर से पीड़ित मांझा कारीगर ने किला नदी में छलांग लगा दी। बरसात के कारण नदी में पानी का बहाव काफी तेज था जिस कारण मांझा कारीगर बहता हुआ चला गया। पहले इलाके के लोगों ने फिर पांच गोताखोरों ने काफी तलाशा मगर कोई पता नहीं चला।

किला छावनी में रहने वाले मिसर यार खां उर्फ मुल्लाजी (40) मांझा कारीगर हैं। पत्‍‌नी बेगम की सात साल पहले मौत हो गई थी। बेटा राशिद अपनी ननिहाल में रहता है। मिसर यार खां अपने छोटे भाई हामिद के साथ रहने लगे। हामिद ने बताया कि बुधवार सुबह करीब सात बजे वह दूध लेने गए थे। उस समय मिसर यार खां सो रहे थे। करीब आठ बजे जब लौटकर आए तो पड़ोस में रह रही भाई की लड़की दौड़कर आई और मिसर यार के नदी में बहने की बात बताई। इतना सुनते ही घर व पड़ोस के लोग नदी की तरफ दौड़े। देखा तो मिसर यार खां बहते हुए जा रहे थे। इस दौरान कुछ लोग नदी के बहाव की तरफ आगे भी बढ़े लेकिन तब तक वह नदी में डूब गए। पानी का बहाव तेज था लिहाजा उनका कोई पता नहीं चल सका। चौबारी से बुलाए गए पांच गोताखोरों को भी नदी में उतारा गया लेकिन उन्हें भी कोई सफलता नहीं मिली।

भाई हामिद ने बताया कि मिसर यार खां को कैंसर हो गया था। डाक्टर ने फेफड़ों में कैंसर और सीने में गांठ होना बताई थी। 20 दिन पहले इसका पता चला था। मंगलवार शाम को उन्हें प्राइवेट अस्पताल से लेकर आए थे। डाक्टर ने मना कर दिया था। तभी से मिसर यार काफी तनाव में थे।

chat bot
आपका साथी