मुश्किल में आजम : निरस्त हुआ अब्दुल्ला अाजम का दूसरी जन्मतिथि पर बना दूसरा पासपोर्ट Bareilly News
रामपुर के सांसद व समाजवादी पार्टी के फायरब्रांड नेता मुहम्मद आजम खां के खिलाफ उनके बेटे अब्दुल्ला आजम का पासपोर्ट महत्वपूर्ण साक्ष्य बना जो उन्हें कुनबे के साथ जेल तक ले गया।
बरेली, जेएनएन : रामपुर के सांसद व समाजवादी पार्टी के फायरब्रांड नेता मुहम्मद आजम खां के खिलाफ उनके बेटे अब्दुल्ला आजम का पासपोर्ट महत्वपूर्ण साक्ष्य बना, जो उन्हें कुनबे के साथ जेल तक ले गया। रामपुर में मुकदमा दर्ज होने के बाद नई जन्मतिथि पर बना नया पासपोर्ट भी आखिरकार निरस्त हो गया है। गौरतलब है कि पासपोर्ट में जन्मतिथि का विवाद खड़ा हुआ था तो संशोधन के बाद दूसरा पासपोर्ट जारी कर दिया गया था।
यह है मामला
2017 में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम के खिलाफ शिकायतें शुरू हुई। आरोप लगे कि वह उम्र के लिहाज से चुनाव लडऩे के पात्र नहीं थे। उनकी उम्र 25 साल से कम है। हाईकोर्ट में याचिका भी दाखिल की गई। शिकायत के आधार पर रामपुर के तत्कालीन अधिकारियों ने क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी से जानकारी मांगी थी, जिसे देने से इन्कार कर दिया गया था ।
पासपोर्ट के आधार पर तीन मुकदमे
रामपुर में पासपोर्ट की जन्मतिथि को आधार बनाकर तीन मुकदमे दर्ज हुए हैैं। एक अब्दुल्ला आजम पर धोखाधड़ी और उनके पिता आजम खां व मां तजीन फातिमा पर कागजों में हेराफेरी करके लाभ लेने का लिखाया गया। तीनों इसी मुकदमे में हाजिर होने के बाद जेल भेजे गए। जमानत नहीं होने की वजह से सीतापुर जेल में हैैं।
इन्होंने की थी शिकायत
भारतीय जनता पार्टी के लघु उद्योग प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय संयोजक पश्चिमी उप्र आकाश सक्सेना हनी ने अब्दुल्ला आजम की उम्र कम होने की शिकायत की थी। उन्हीं की तरफ से बाद में मुकदमा दर्ज हुआ था।
हाईकोर्ट के निर्णय और रामपुर में दर्ज मुकदमे पर संज्ञान लेते हुए अब्दुल्ला आजम को तीन बार नोटिस दिया गया। तीनों नोटिस लौट आए। तब उनका पासपोर्ट निरस्त कर दिया गया।
नसीम अहमद, क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी, बरेली