नकल पर नकेल की चुनौती बरकरार

जागरण संवाददाता, बरेली : यूपी बोर्ड परीक्षा में बेशक नकल पर शिकंजा कसने में शासन को मदद ि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Jan 2019 08:00 PM (IST) Updated:Thu, 03 Jan 2019 08:00 PM (IST)
नकल पर नकेल की चुनौती बरकरार
नकल पर नकेल की चुनौती बरकरार

जागरण संवाददाता, बरेली : यूपी बोर्ड परीक्षा में बेशक नकल पर शिकंजा कसने में शासन को मदद मिली थी, मगर एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के सामने चुनौती बरकरार है। स्थाई परीक्षा केंद्रों में बदलाव, सीसीटीवी कैमरों से निगरानी के बावजूद पिछले साल मुख्य परीक्षा में 381 नकलची पकड़े गए थे। जबकि इस बार हुई प्रोफेशनल कोर्स परीक्षा में 43 नकलची हाथ आए। विवि प्रशासन ने शासन को भेजी रिपोर्ट में नकलचियों की यह संख्या खुद ही स्पष्ट की है।

शासन, नकलविहीन परीक्षा की तैयारी में फिर जुटा है। इसीलिए राज्य विश्वविद्यालयों से गत सत्र की परीक्षा में पकड़े गए नकलचियों की रिपोर्ट मांगी गई। पिछली दफा मुख्य परीक्षा में पकड़े गए 381 नकलचियों में 97 छात्राएं थीं, जबकि हाल ही में हुई प्रोफेशनल में 28 छात्राएं पकड़ी गई थीं। जाहिर है, नकल का यह आंकड़ा चिंता का सबब है।

दबंगई के आगे बेबस सिस्टम

रुविवि की एलएलबी परीक्षा में महाराजा अग्रसेन परीक्षा केंद्र पर जिस तरह परीक्षार्थियों ने दबंगई दिखाकर नकल की। सचल दल को बंधक बनाया। दारू लेकर पहुंचे। ऐसे हालात में विवि के सामने नकलविहीन परीक्षा कराना बड़ी चुनौती है।

ठेका लेने वाले कॉलेजों पर नजर

रुविवि के कुलपति प्रो. अनिल शुक्ल ने स्पष्ट किया है कि परीक्षा केंद्रों का पिछला रिकॉर्ड भी देखा जा रहा है। वहां किस तरह के नकल के केस पकड़े गए हैं। शासन की मंशा के अनुरूप परीक्षा कराने के लिए हर कड़े कदम उठाएंगे। कुलपति की यह चेतावनी उन कॉलेजों पर शिकंजा कसने का इशारा है जो ठेके पर नकल कराते रहे हैं।

कॉपी-पेपर आउट कराने लगे केंद्र

गत सत्र में एक परीक्षा केंद्र पर 20 हजार रुपये में कॉपी-पेपर बाहर करने का मामला सामने आया था। बाद में उस केंद्र को निरस्त किया गया। वर्जन

परीक्षा नकलविहीन होगी। जिन कॉलेजों पर नकल कराने का जरा भी संदेह हुआ, उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करेंगे।

संजीव कुमार, परीक्षा नियंत्रक रुविवि

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