केंद्रों के नाम से पहले अव्यवस्थाएं 'सार्वजनिक'
जागरण संवाददाता, बरेली: माध्यमिक शिक्षा विभाग को अब तक बोर्ड परीक्षा केंद्रों के नाम व छात्र आवंटन स
जागरण संवाददाता, बरेली: माध्यमिक शिक्षा विभाग को अब तक बोर्ड परीक्षा केंद्रों के नाम व छात्र आवंटन सार्वजनिक कर देने चाहिए थे, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। स्कूलों ने अपने यहां की दिक्कतों को सार्वजनिक करना शुरू कर दिया है। उनका तर्क है कि समय से केंद्रों के नाम, छात्रों की संख्या पता लग जाती तो वह फर्नीचर आदि की व्यवस्था कर लेते।
जिला कमेटी ने 124 परीक्षा केंद्र बनाए हैं। परीक्षा से तीन माह पहले इन केंद्रों के नाम सार्वजनिक कर दिए जाने थे। संबंधित कालेजों को पत्र लिखकर छात्रों की संख्या बता देनी चाहिए थी ताकि वह अपने यहां परीक्षार्थियों के लिए व्यवस्था कर सकें। फर्नीचर का अभाव है। इसकी पूर्ति समय से न होने के कारण विद्यार्थियों को जमीन पर बैठकर परीक्षा देनी होगी। पिछले साल भी ऐसा ही हुआ था। वही गलती विभाग के अधिकारी इस बार भी दोहरा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक 64 कॉलेजों ने विभाग को चिट्ठी लिखी है। डीआईओएस आशुतोष भारद्वाज कहते हैं कि शासन को केंद्रों की सूची भेजी गई है। वहां से मंजूरी मिलने के बाद इसकी सूचना कॉलेजों को दे दी जाएगी।