छह हजार बच्चों को चार माह से नहीं मिला भोजन

शिवशंकर पांडेय भदैंया (सुलतानपुर) योजना को शुरू किए चार महीना बीतने के बाद भी योजना को शुरू किए चार महीना बीतने के बाद भी आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत लाभार्थियों को ड्राई राशन किट के वितरण की शुरुआत तक नहीं हो सकी है। इससे इस महत्वाकांक्षी योजना पर शुरुआती दौर में ही ग्रहण लगता दिख रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 11:28 PM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 11:28 PM (IST)
छह हजार बच्चों को चार माह से नहीं मिला भोजन
छह हजार बच्चों को चार माह से नहीं मिला भोजन

शिवशंकर पांडेय, भदैंया (सुलतानपुर) : योजना को शुरू किए चार महीना बीतने के बाद भी आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत लाभार्थियों को ड्राई राशन किट के वितरण की शुरुआत तक नहीं हो सकी है। इससे इस महत्वाकांक्षी योजना पर शुरुआती दौर में ही ग्रहण लगता दिख रहा है। करीब पचास आंगनबाड़ी केंद्रों के तीन हजार से ज्यादा लाभार्थी अभी भी इस योजना के लाभ से वंचित हैं।

आंगनबाड़ी केंद्रों पर अक्टूबर से बच्चों, गर्भवती महिलाओं, कुपोषितों, धात्रियों व किशोरियों को ड्राई राशन किट देने की व्यवस्था के तहत योजना शुरू की गई थी। योजना के संचालन को खाद्यान्न विभाग से राशन की उठान के लिए पंचायत के कोटेदार को जिम्मेदार बनाया गया, जहां से स्वयं सहायता समूह की महिलाएं पांच रंगों के बैग में राशन पैक कर उसे आंगनबाड़ी केंद्रों पर पहुंचाएंगी। विकास खंड के 175 आंगनबाड़ी केंद्रों पर इस योजना के तहत व्यवस्था लागू हुई। अक्टूबर की जगह नवंबर में एक-दो केंद्रों पर भोजन बैग देकर इसकी शुरुआत की गई।

चार माह बीतने के बाद भी 175 में से केवल 126 आंगनबाड़ी केंद्रों पर पैकेट का वितरण शुरू हो सका है। वहीं, 49 केंद्रों के 2686 बच्चे तथा छह साल से कम उम्र के 2784 बच्चे, 1225 गर्भवती महिलाओं, 35 किशोरियों तथा 52 अति कुपोषित बच्चों तक राशन किट नहीं पहुंचाई जा सकी है।

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कोटेदार स्तर पर राशन उठान के बाद स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा खाद्यान्न बैग आंगनबाड़ी केंद्रों पर पर बांटने की योजना है। कई चरण होने से अभी तक केवल 126 केंद्रों पर इसकी शुरुआत हुई है, जबकि 49 केंद्र इस योजना से वंचित हैं। इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को प्रेषित की गई है।

- नीरज सिंह, प्रभारी बाल विकास पुष्टाहार अधिकारी, भदैंया

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