संयम धारण किए बिना मनुष्य को मोक्ष संभव नहीं

बाराबंकी : दशलक्षण महापर्व के सातवें दिन श्री दिगंबर जैन मंदिर में पंडित अतुल शास्त्री के द्वार

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Sep 2018 12:21 AM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 12:21 AM (IST)
संयम धारण किए बिना मनुष्य को मोक्ष संभव नहीं
संयम धारण किए बिना मनुष्य को मोक्ष संभव नहीं

बाराबंकी : दशलक्षण महापर्व के सातवें दिन श्री दिगंबर जैन मंदिर में पंडित अतुल शास्त्री के द्वारा उत्तम तप धर्म पर मार्मिक प्रवचन दिए गए। सैकड़ों की संख्या में मौजूद श्रोताओं से अतुल शास्त्री ने कहा कि खुद को संयमित करके मनुष्य अपने जीवन में सुधार कर सकता है। साथ ही मोक्ष भी प्राप्त होता है। यह मानव जीवन लाखों योनियों के बाद मिलता है। जिसे व्यर्थ में गंवाना नहीं चाहिए। जबकि सच तो यही है कि देवताओं की तुलना में संयम मानव में अधिक होता है, फिर भी मानव संयम धारण नहीं करता। उन्होंने उत्तम तप धर्म के बारे में भी बताया। इसके पहले सुबह से ही जैन मंदिर में पर्यूषण पर्व के धार्मिक अनुष्ठान अनवरत जारी रहे। भगवान का सप्त रस अभिषेक मुन्ना लाल जैन, आलोक जैन और गोलू जैन के परिवार द्वारा किया गया। देर शाम नृत्य प्रतियोगिता आयोजित हुई। इसमें बालिकाओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। नृत्य प्रतियोगिता में आंशिका जैन, यशी जैन, शानू जैन, छवि जैन, परी, पलक, विदुषी, श्रेया, गुनगुन, अर्चि आदि ने भाग लिया। विजेताओं को आशीष जैन व सुनील जैन ने पुरस्कृत किया गया। धणेंद्र कुमार जैन, व्यापार मंडल संरक्षक केके जैन, सचिन जैन, हेमचंद्र जैन, अमन जैन, संदीप जैन, जैन कुमार जैन, भूपेंद्र जैन, माया जैन, उमन, रजनी, सुनीता, काजल, आशा जैन, बीना जैन आदि मौजूद रहे।

बेलहरा : कस्बे स्थित श्री चंद्र प्रभु दिगंबर जैन मंदिर में भी दशलक्षण पर्व में उत्तम तप धर्म मनाया गया। इस अवसर पर बोलते हुए मनोज जैन ने कहा कि तप का मतलब सिर्फ भोजन उपवास से नहीं है, बल्कि अपनी इच्छाओं और ख्वाहिशों को वश में रखना भी है। ऐसा तप गुणवान कर्मों में वृद्धि करते है। मंदिर में दस दिवसीय चंद्र प्रभु चालीसा का पाठ भी किया जा रहा है। बब्लू जैन, प्रदीप जैन, सोनी जैन, नेहा जैन, सुनील जैन, रौनक जैन आदि मौजूद रहे।

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