गैर प्रांतों से गुलजार होने लगा देवा मेला का पशु बाजार
गैर प्रांतों से गुलजार होने लगा देवा मेला का पशु बाजार
बाराबंकी: गैर प्रांतों और जिलों से देवा मेला का पशु बाजार गुलजार होने लगा है। देवा मेला में उन्नतशील घोड़े व खच्चरों का बड़ा बाजार लगता है। जिसे खरीदने के लिए दूर-दराज से व्यापारी आते हैं। यहां एक घोड़ा दो लाख से लेकर 50 लाख तक बेचा जाता है। इसकी खरीदारी लंबे पैमाने पर होती है। यहां अव्यवस्थाओं के बाद भी व्यापारी पशुओं को बेचने के लिए लाने लगे हैं।
देवा मेला का घोड़ा-गधा बाजार देश के प्रमुख पशु बाजारों में एक है। यहां कई प्रदेशों के साथ नेपाल तक घोड़ा, खच्चर और टट्टू के व्यापारी खरीद फरोख्त के लिए आते हैं। यह बाजार मेले के एक हफ्ते पहले से शुरू हो जाती है। खच्चर बाजार करवा तक और घोड़ा बाजार करीब मेले भर गुलजार रहती है। बारिश के चलते इस बार पशु बाजार में काफी अव्यवस्था है। मशीन से खेतों के धान काटे जा रहे हैं। कई जगह जलभराव व दलदल है। जिसके चलते फिलहाल खच्चर रोड की पटरियों पर बंधे हैं। हाथरस के राम प्रकाश और आगरा के शुभम के करीब एक दर्जन घोड़े पशु बाजार में पहुंच चुके हैं। उत्तराखंड के सितारगंज के व्यापारी असगर भी खच्चर व घोड़े लेकर पशु बाजार में आ चुके हैं। असगर बताते हैं कि खेतों में अभी काफी नमी है। सुपरवाइजर इक्तिदार अहमद कहते हैं कि टैंकरों और इंजनों से पानी निकलवाया जा रहा है। काफी मजदूर भी लगे हैं। जल्द ही पशु बाजार की अव्यवस्थाओं को दूर कर दिया जाएगा।