पुरखों के रोपित पौधों से ऑक्सीजन ले रही नई पीढ़ी

बाराबंकी) पुरखों के रोपित पौधों से आज की नई पीढ़ी ऑक्सीजन ले रही है। बदलते परिवेश

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 01:04 AM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 06:06 AM (IST)
पुरखों के रोपित पौधों से ऑक्सीजन ले रही नई पीढ़ी
पुरखों के रोपित पौधों से ऑक्सीजन ले रही नई पीढ़ी

बाराबंकी) : पुरखों के रोपित पौधों से आज की नई पीढ़ी ऑक्सीजन ले रही है। बदलते परिवेश में दूषित होते पर्यावरण में भरपूर ऑक्सीजन देते इन पौधों से नई पीढ़ी सांस रही है। पौधों की अहमियत समझ नई पीढ़ी भी पौधारोपण को लेकर आगे आ रही है।

मथुरानगर के सिम्पू वर्मा बताते हैं कि उनके बाबा शिवबरन सिंह ने तीन जगहों पर आम की बाग लगाई थी। मथुरानगर, भेलौना आदि गांवों में पौध लगाए थे। वहीं बाग आज तक चल रही है। फल के साथ शुद्ध हवा मिल रही है। मुरारपुर के संदीप कुमार वर्मा बताते हैं कि उनके बाबा स्व. डॉ. गंगराम राम वर्मा ने गांव में आम की बाग लगाई थी। उनके लगाए करीब 30 आम के पेड़ आज भी फलदार हैं। दरियाबाद टाउन के राजू मियां के बाबा छोटे मियां ने नीम, आम के पेड़ लगाए। घर के बाहर ही नीम का पेड़ लगा है। राजू ने भी पेड़ लगाना शुरू किया है।

पौधारोपण के लिए सजग हो रही युवा पीढ़ी :

पौधारोपण को लेकर चल रही मुहिम में युवा पीढ़ी भी सजग हो रही है। युवा पीढ़ी भी कम से कम एक दो पौधे लगा रही है। यही नहीं पौधारोपण से पर्यावरण संरक्षण के साथ ही शुद्ध हवा की अहमियत समझ आने के बाद जन्मदिन पर पौधारोपण भी लोग शुरू कर रहे हैं। विनय सिंह, रमेश, अर्जुन यादव, आलोक गुप्ता, अरुणेंद्र मिश्र आदि युवा पौधारोपण कर उनकी देखभाल भी कर रहे है। युवाओं में इधर अब पौधारोपण को लेकर सजगता भी बढ़ी है।

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