5060 किमी सड़कों पर यातायात का 80 कर्मियों पर जिम्मा

जिले भर में पांच हजार किलोमीटर से अधिक सड़के हैं। इन पर यातायात नियंत्रण की जिम्मेदारी मात्र 80 यातायात पुलिस और मुट्ठी भर संसाधनों पर निर्भर है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 11:49 PM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 11:49 PM (IST)
5060 किमी सड़कों पर यातायात का 80 कर्मियों पर जिम्मा
5060 किमी सड़कों पर यातायात का 80 कर्मियों पर जिम्मा

चित्र-28बीआरके-19, 20, 21 निरंकार जायसवाल, बाराबंकी :

जिले भर में पांच हजार किलोमीटर से अधिक सड़के हैं। इन पर यातायात नियंत्रण की जिम्मेदारी मात्र 80 यातायात पुलिस और मुट्ठी भर संसाधनों पर निर्भर है। आबादी और सड़कों पर वाहनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन इस अनुपात में न तो संसाधन की बढ़ोतरी हुई और न ही यातायात पुलिस कर्मियों की।

होमगार्ड व पीआरडी भरोसे ट्रैफिक : जिले में पांच हजार किमी सड़कों पर यातायात नियंत्रण के लिए मात्र एक यातायात उपनिरीक्षक, 13 सिपाही, जिसमें से छह हेड कॉस्टेबल, छह कॉस्टेबल हैं और एक लखनऊ से संबंद्ध है। इसके अतिरिक्त 42 होमगार्ड और 25 पीआरडी जवान तैनात हैं।इनके पास रेडियम बेल्ट व जैकेट हैं, लेकिन इसका प्रयोग नहीं किया जा रहा। यातायात माह में 62 सौ चालान : नवंबर माह यातायात माह के रूप में मनाया जाता है। अब यातायात पुलिस मोबाइल एप से ई चालान करती है।एक नवंबर से अब तक पूरे जिले में छह हजार 236 चालान किए जा चुके हैं। औसतन प्रतिदिन 250 चालान किए जा रहे हैं। धूल खा रहा प्रस्ताव: यातायात पुलिस के पास दो स्पीड रडार, आठ ब्रीथ एनालाइजर, 40 बैरियर है और 40 नए बनाए जा रहे है। जबकि एक भी फॉग लाइट नहीं है और यातायात पुलिसकर्मियों को बारिश और धूप आदि में खड़े होने के लिए आई लैंड (शेड) नहीं है। पूरे जिले में एक भी ट्रैफिक सिग्नल लाइट नहीं हैं और अवैध पार्किंग में खड़ी कार को उठाने के लिए कोई क्रेन नहीं है। जबकि आई लैंड और देवा तिराहा, पल्हरी चौराहा और रामनगर तिराहे पर कई बाद प्रस्ताव भेजा जा चुका है, लेकिन यह प्रस्ताव ठंडे बस्ते ही पड़ी है। सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में भी दो बार यह प्रस्ताव रखा जा चुका है। सड़कों का विवरण : जिले में 116 किमी राष्ट्रीय राजमार्ग और 70 किमी प्रादेशिक राजमार्ग हैं। पूरे जिले में कुल 213 मुख्य सड़कें, 3693 किमी अन्य सड़कों के अलावा 968 किलोमीटर सड़के हैं।इस प्रकार जिले में करीब पांच हजार 60 किमी सड़कों का मकड़जाल है। पूरे मंडल में एक वाहन : परिवहन विभाग में ओवर स्पीड का चालान करने के लिए एक इंटरसेक्टर वाहन होता है।जिसमें लगे रडार से वाहन की रफ्तार को मापा जाता है। विडंबना है कि पूरे मंडल में मात्र एक ही इंटरसेक्टर वाहन है। जो कभी कभार ही बाराबंकी जिले में चेकिग को आती है। मौजूद संसाधनों के माध्यम से यातायात नियंत्रण का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। दो दिन पूर्व ही यातायात की जिम्मेदारी संभाली है और यथावस्तु से अवगत हो रहा हूं। संसाधन बढ़ाने के हर संभव प्रयास होंगे और यातायात को सुव्यवस्थित किया जाएगा।

संजय पांडेय, यातायात उपनिरीक्षक यातायात सुचारू बनाने के लिए लोगों को सड़क सुरक्षा सप्ताह, यातायात सप्ताह व माह के जरिए लोगों को जागरूक किया जाता है।यातायात नियमों का पालन हमे हादसे और चालान दोनों से बचाते हैं।

पंकज सिंह, एआरटीओ, प्रशासन

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