योजनाओं से चार सालों में रोजगार को मिली रफ्तार

जागरण संवाददाता बांदा रोजगार को बढ़ावा देने के लिए सरकार की कई योजनाएं चल रही हैं

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 05:08 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 05:08 PM (IST)
योजनाओं से चार सालों में रोजगार को मिली रफ्तार
योजनाओं से चार सालों में रोजगार को मिली रफ्तार

जागरण संवाददाता, बांदा : रोजगार को बढ़ावा देने के लिए सरकार की कई योजनाएं चल रही हैं। चार सालों में इन योजनाओं से रोजगार को नई रफ्तार मिली है। जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन विभाग की अगुवाई में खादी ग्रामोद्योग व श्रम विभाग ने अपने-अपने कार्यों की प्रगति रिपोर्ट पेश की।

जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र के कार्यालय में गुरुवार को इन विभागों के अधिकारियों ने योजनाएं गिनाई। जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र के उपायुक्त मो.जहीरुद्दीन सिद्दीकी ने बताया कि उनके यहां प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी), मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना (एमवाइएसवाइ), एक जनपद एक उत्पाद वित्त पोषण मार्जिन मनी योजना (ओडीओपी), टूल किट एवं प्रशिक्षण, विश्वकर्मा श्रम सम्मान, टूल किट एवं प्रशिक्षण, हस्तशिल्प, कौशल विकास प्रशिक्षण योजना संचालित हैं। पीएमईजीपी के तहत वर्ष 2017-18 से 2020-21 तक 35, एमवाइएसवाइ में 28 को मार्जिन मनी दी गई। वहीं ओडीओपी में 26 रोजगार सृजित किए। हस्तशिल्प कौशल विकास प्रशिक्षण में 40 लाभार्थियों को प्रशिक्षित किया गया। श्रम प्रवर्तन अधिकारी महेंद्र कुमार शुक्ला ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2017-18 से 2020-21 तक 55046 निर्माण श्रमिकों का पंजीकरण कराया गया है। साथ ही श्रमिकों को विभाग से संचालित योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है। खादी ग्रामोद्योग विभाग के डीआर प्रेमी ने पीएमईजीपी व मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना की जानकारी दी। बताया कि पीएमईजीपी में चार वर्षों में 79 इकाईयों में 433 व एमएमजीआरवाई में 32 इकाइयों में 494 को रोजगार मुहैया कराया गया है। सहायक निदेशक सेवायोजन कौशलेंद्र सिंह ने विभाग द्वारा संचालित योजनाओं व रोजगार मेला व कैरियर काउंसिलिंग की चार साल की उपलब्धियां बतायी।

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