घोटाले की जांच में फंस गई खाता धारकों की पूंजी
जागरण संवाददाता, बांदा : नगर पंचायत ओरन में संचालित सहकारी समिति में घोटाले के की खबर प्र
जागरण संवाददाता, बांदा : नगर पंचायत ओरन में संचालित सहकारी समिति में घोटाले के की खबर प्रकाशित होने के बाद जब खाता धारकों ने समिति से जानकारी करनी चाही तो उनके पैरों तले से जमीन ही निकल गई। समिति के कुल खातों में से अधिकांश के खाते से रकम गायब मिली। समिति के मैनेजर व कैशियर ने ऐसे लोगों ने निशाना बनाया जिनके खाते में अधिक धन था। ठेकेदार को जहां16 लाख और किराना व्यवसायी को साढ़े तीन लाख की चपत लगी। अपनी पूंजी पाने को वह दौड़ भाग कर रहे हैं। इन व्यवसायियों को अब जांच के बाद ही रकम वापस मिलने की उम्मीद है।
प्रदेश सहकारी बैंक, शाखा ओरन में कैशियर व मैनेजर की साठगांठ से 523 खाताधारकों के खाते से करीब सवा तीन करोड़ रुपये की धनराशि निकाली गई। महाप्रबंधक ने मामले की जांच के लिए बैंक मैनेजरों की छह सदस्यीय टीम गठित की है और एक माह में रिपोर्ट तलब की है। लेकिन इस बीच दोनों अधिकारियों ने बैंक आइडी का दुरुपयोग कर जो खेल किया वह सामने आ रहा है। ओरन कस्बे के ही ठेकेदार राजनारायण द्विवेदी ने उक्त बैंक में बचत खाता खुलवाया था। इसमें 16 लाख रुपये जमा था। लेकिन बिना जानकारी दिए उनके खाते से पैसे निकल गए। इसकी भनक उन्हें कई माह बाद लगी। जब जागरण में खबर प्रकाशित हुई और वह अपना खाता अपडेट कराने गए तो पैर तले जमीन खिसक गई।
ऐसे ही ओरन कस्बे के किराना व्यवसायी पुरुषोत्तम गुप्ता के भी बचत खाते से साढ़े तीन लाख रुपये की निकासी हो गई। उन्हें करीब दो माह बाद उस समय खाते से रुपये निकलने की जानकारी हुई, जब लेन-देन के लिए अपनी रकम निकालने गए। पुरुषोत्तम ने बताया कि तहसील से लेकर जिलाधिकारी व मुख्यमंत्री तक शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अभी तक रकम की फूटी कौड़ी नहीं मिली। जांच में उनकी रकम फंसी है। व्यवसाय उनका चौपट होने की कगार पर पहुंच गया है।
---------
-खाता धारक चाहे छोटें हों या बड़े सभी को उनकी धनराशि दिलाई जाएगी। बस कुछ समय इंतजार करना होगा। जांच पूरी होने के बाद उनका पैसा मिल जाएगा।-आरके पांडेय, महाप्रबंधक, उत्तर प्रदेश सहकारी बैंक