कहीं राहत तो कहीं आफत बन बरसा पानी

बांदा,जागरण संवाददाता : जिले में दूसरे दिन भी झमाझम बारिश ने लोगों को भीगने पर मजबूर कर दिया। बीते द

By Edited By: Publish:Wed, 08 Jul 2015 01:00 AM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2015 01:00 AM (IST)
कहीं राहत तो कहीं आफत बन बरसा पानी

बांदा,जागरण संवाददाता : जिले में दूसरे दिन भी झमाझम बारिश ने लोगों को भीगने पर मजबूर कर दिया। बीते दिनों भीषण गर्मी व उमस से लोग परेशान रहे। ऐसे में हो रही वर्षा से जहां मौसम में ठंडक आ गई है। वहीं खेतों को भी धीमा-धीमा बारिश का जल अंदर तक समा रहा है। किसानों का मानना है कि इस बारिश से पानी अंदर तक जाने से शुष्क हो चुकी जमीन में पर्याप्त नमी आ जाएगी। वहीं बेडे़ ढेले घुल जाने से जुताई में आसानी रहेगी। धान की बेड़ लगा रहे किसानों को यह पानी लाभकारी हो रहा है वहीं वातावरण में नमी आ जाने से बेड़ सूखने का खतरा समाप्त हो जाएगा। हल्की फुहारों की बरसात होने पर छोटे बच्चे परिजनों की नजर बचाकर छत व आंगन में भींगते हुए उछलकूद करते देखे जा सकते हैं।

इनसेट

गलियों व सड़कों में जलभराव

बांदा, जागरण संवाददाता : दोपहर बाद हुई तेज बारिश से शहर की गलियां व जर्जर मार्ग जानलेवा बन रहे हैं। हल्की बारिश में शहर के अधिकांश नाले-नालियां उफना जाते हैं। वहीं गड्ढायुक्त सड़कों में जगह-जगह जलभराव हो गया है। इससे पैदल राहगीर जब सडक पर चलते हैं यदि बगल से कोई दो पहिया, चार पहिया वाहन निकल जाए तो उनके कपड़े खराब हो जाते हैं। वही रात की बिजली कटौती के दौरान सडक पर चलने वाले राहगीर इन गडढायुक्त पानी से भरी सड़कों में गिरकर चुटहिल हो रहे हैं। शहर के बलखंडीनाका, क्योटरा, नूनिया मुहाल अलीगंज आदि जगहों पर गड्ढों में पानी भरे होने से राहगीर व दो पहिया वाहनचालक गिरकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। इन बारिश के दिनों में नाले-नालियों की गंदगी सड़क पर आ जाने से राहगीर परेशान हो रहे हैं। बारिश का पानी गलियों व सड़कों के गड्ढों में भरने से लोगों को परेशानियों से जूझना पड़ रहा है।

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