परिवहन निगम की बसें अब तक लील चुकीं 11 जिदगियां

जागरण संवाददाता बांदा देहात कोतवाली के ग्राम जमालपुर में हुआ हादसा पहला नहीं है। परिव

By JagranEdited By: Publish:Sun, 06 Dec 2020 11:21 PM (IST) Updated:Sun, 06 Dec 2020 11:21 PM (IST)
परिवहन निगम की बसें अब तक लील चुकीं 11 जिदगियां
परिवहन निगम की बसें अब तक लील चुकीं 11 जिदगियां

जागरण संवाददाता, बांदा : देहात कोतवाली के ग्राम जमालपुर में हुआ हादसा पहला नहीं है। परिवहन निगम की बसों से लगभग हर माह हादसे हो रहे हैं। अब तक निगम की बसों की चपेट में आकर 11 लोग काल का निवाला बन चुके हैं। हादसों में कई घायल भी हुए हैं। प्रशिक्षण लेने व दुर्घटनाओं के होने के बाद भी चालक सबक नहीं लेते हैं।

परिवहन निगम के बांदा डिपो में 129 बसें हैं। जिसमें कोरोना संक्रमण को लेकर इस समय 104 बसों का संचालन हो रहा है। यात्रियों को बसों में ले जाने के लिए 232 संविदा व 26 स्थाई चालक ड्यूटी कर रहे हैं। शिकायत मिलती है कि बसों को चलाने में चालक लापरवाही करते हैं। जिसे बसें सड़क में चलने वाले अन्य वाहन व राहगीरों के लिए जोखिम बन रही हैं। इस वर्ष अभी तक कोरोना काल के तीन माह मार्च से अप्रैल तक बसों का संचालन बंद रहा है। इन तीन माह को यदि नजरअंदाज कर दिया जाए तो लगातार करीब हर माह हादसे हो रहे हैं। इस वर्ष अभी तक परिवहन निगम की बसों से जहां 11 मौत हो चुकी हैं । वहीं नौ लोग हादसों में गंभीर रूप घायल भी हुए हैं। जबकि कई घटनाओं में पीड़ितों के केस न करने पर वह विभाग की लिखा-पढ़ी में नहीं आते हैं। परिवहन निगम हादसों को रोकने व ईधन आदि की खपत कम करने के लिए हर माह चालकों को प्रशिक्षण भी दिलाता है। इसके बावजूद हादसों में लगाम नहीं लग पा रही है।

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हादसों में कमी लाने के लिए बसों में स्पीड डिवाइस लगवाई है। जिससे बस की रफ्तार नियंत्रित रहे। प्रतिमाह चालकों को कानपुर ट्रेनिग सेंटर प्रशिक्षण के लिए भेजा जाता है।

- परमानंद एआरएम परिवहन निगम बांदा

प्रतिमाह हुए हादसे

माह हादसा मौत घायल

जनवरी 2 0 2

फरवरी 1 1 2

जून 1 1 1

अगस्त 2 1 1

सितंबर 2 1 1

दिसंबर 1 7 2

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