दीये की रोशनी से जगमगाएगा इंडो-नेपाल बॉर्डर

बलरामपुर : देश की सीमा पर दिन-रात सुरक्षा के कर्णधार बने एसएसबी जवान दीपावली का पर्व अनोखी

By JagranEdited By: Publish:Tue, 06 Nov 2018 09:25 PM (IST) Updated:Tue, 06 Nov 2018 09:25 PM (IST)
दीये की रोशनी से जगमगाएगा इंडो-नेपाल बॉर्डर
दीये की रोशनी से जगमगाएगा इंडो-नेपाल बॉर्डर

बलरामपुर : देश की सीमा पर दिन-रात सुरक्षा के कर्णधार बने एसएसबी जवान दीपावली का पर्व अनोखी तरह से मनाते हैं। घर-परिवार से दूर रहकर नन्हे-मुन्ने बच्चों व ग्रामीणों के साथ त्योहार की खुशियां बांटते हैं। साथ ही रात भर सीमा की सुरक्षा करते हैं। ताकि दोनों देशों के लोग अमन-चैन की नींद सो सकें। भारत-नेपाल की 93 किलोमीटर खुली सीमा की रखवाली के लिए एसएसबी 13 चौकियां स्थापित हैं। इन चौकियों पर तैनात जवानों को हर साल दीपावली का बेसब्री से इंतजार रहता है। दीपकों की रोशनी से जगमगाते इंडो-नेपाल बॉर्डर की छटा देखते ही बनती है। छह स्कूलों को लिया गोद :

-सीमा पर तैनात एसएसबी के जवान सुरक्षा के साथ ही बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने में भी अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। इसके लिए एसएसबी ने सीमावर्ती क्षेत्र के छह प्राथमिक स्कूलों को गोद ले रखा है। इसमें नंदमहरा, बालू, बघेलखंड, टमकुल, भुसहर व तरवा गांव के प्राथमिक स्कूल शामिल हैं। प्रतिवर्ष दीपावली के दिन एसएसबी के जवान इन स्कूलों में जाकर नन्हे-मुन्ने बच्चों के साथ धूम मचाते हैं। बच्चों के बीच खेलकूद प्रतियगिता कराकर उन्हें मिठाई बांटते हैं। यही नहीं, उनके साथ रंग-बिरंगी फुलझड़ियां जलाकर त्योहार की खुशियां मनाते हैं।

सीमा पर जंगमाएंगे 11 हजार दीपक :-सीमा की रखवाली में मुस्तैद एसएसबी जवान दीपावली के त्योहार पर इंडो-नेपाल बार्डर की खुली सीमा पर अंधियारे के खिलाफ जंग लड़ने को तैयार हैं। दीपावली के दिन देश की सीमा 11 हजार दीपकों की झिलमिल रोशनी से जगमाएगी। इसे लेकर सभी 13 चौकियों पर तैनात जवान उत्साह से लबरेज हैं।

पूरा देश ही है परिवार :

-एसएसबी नौवीं वाहिनी के कमांडेंट प्रदीप कुमार ने बताया कि भले ही एसएसबी जवान अपने घर-परिवार से दूर रहते हों, लेकिन उनके लिए पूरा देश ही परिवार की तरह है। सीमा पर बसे बसे गांवों के नन्हे-मुन्ने बच्चों के साथ दीवाली की खुशियां धूमधाम से मनाई जाती हैं। इस बार भी दीपावली को लेकर तैयारियां की गईं हैं।

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