बेजुबानों की बुझती प्यास, मांगलिक कार्यो का साक्षी बन रहा तालाब

बलरामपुर गर्मी शुरू होते ही बेसहारा बेजुबानों के सामने पेयजल संकट उत्पन्न हो जाता है। ऐ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 10:46 PM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 10:46 PM (IST)
बेजुबानों की बुझती प्यास, मांगलिक कार्यो का साक्षी बन रहा तालाब
बेजुबानों की बुझती प्यास, मांगलिक कार्यो का साक्षी बन रहा तालाब

बलरामपुर : गर्मी शुरू होते ही बेसहारा बेजुबानों के सामने पेयजल संकट उत्पन्न हो जाता है। ऐसे में बारिश के दौरान सहेजी गई हर बूंद ही उनके लिए संजीवनी साबित होती है। गैंसड़ी बाजार में बौद्ध परिपथ के किनारे राज परिवार ने एक एकड़ में तालाब का निर्माण वर्षों पहले कराया था। इसका ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व है। राज परिवार के बनवाए इस तालाब के चारों ओर अब अतिक्रमण होने से इसका दायरा सिमट रहा है।

यह तालाब गर्मी के दिनों में न सिर्फ बेजुबानों की प्यास बुझाता है, बल्कि शादी विवाह, यज्ञ व अन्य धार्मिक अनुष्ठान के लिए बाजारवासी इसे साक्षी मानते हैं। इसीलिए आज भी यह तालाब उपयोगी साबित हो रहा है। खास बात यह है कि इस तालाब का पानी कभी नहीं सूखता है।

गैंसड़ी बाजार में बौद्ध परिपथ के किनारे स्थित प्राचीन तालाब करीब 12 फीट गहरा है। इसमें गर्मी में भी पानी भरा रहने से जानवरों को प्यास बुझाने के लिए भटकना नहीं पड़ता है। तालाब के किनारे की जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है। अतिक्रमण के कारण तालाब का क्षेत्रफल कम हुआ है।

बाजारवासी कुनाल सिंह, डा. कन्हैया सिंह, रामू पटवा व बृजेश गुप्त का कहना है कि जल संरक्षण के लिए तालाब की खोदाई कराई जाती थी। आज भी तालाब जल संरक्षण का सबसे अच्छा साधन है। तालाब को संरक्षित करने के लिए सुंदरीकरण जरूरी है। बाजार वासियों ने क्षेत्रीय विधायक से मुलाकात कर तालाब के चारों तरफ बैठने के लिए बेंच, टीन शेड व चहारदीवारी का निर्माण कराने की मांग की है। विधायक शैलेश कुमार सिंह शैलू ने तालाब को संरक्षित कराने का आश्वासन दिया है।

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