संसाधन हैं न कर्मचारी, विभाग जो ठहरा सरकारी
बलरामपुर : ²श्य एक : समय 11.10 बजे। स्थान डाकघर तुलसीपुर। पोस्टमास्टर की कुर्सी खाली मिली।
बलरामपुर :
²श्य एक : समय 11.10 बजे। स्थान डाकघर तुलसीपुर। पोस्टमास्टर की कुर्सी खाली मिली। उनके बैठने के स्थान के बगल एक कुर्सी डालकर पोस्टल असिस्टेंट संतोष राव कंप्यूटर पर कार्य निपटा रहे थे बताया कि सब काम ऑनलाइन हो गया है। सर्वर बहुत धीमा चलता है।
²श्य दो : रजिस्ट्री व मनीआर्डर करने वाले काउंटर की कुर्सी खाली थी। पोस्टल असिस्टेंट के सृजित चार पदों की अपेक्षा केवल दो लोग नियुक्त होने के कारण काम बाधित हो रहा है। जब भीड़ इकट्ठा हो जाती है। तब एक कर्मी आकर उन्हें संबंधित वस्तु मुहैया कराता है। गौरतलब है कि पोस्ट ऑफिस में पोस्टल आर्डर नहीं है। रजिस्ट्री के टिकट का भी अभाव है। जिससे लोग परेशान दिखे। ²श्य तीन : ऑनलाइन डाक की मेज पर कंप्यूटर तो है, लेकिन कर्मी नदारद रहा। बताया गया कि यह पद रिक्त होने के कारण कार्य बाधित है। उस टेबल के आसपास ग्रामीण क्षेत्रों से आए पोस्टमैन अपने क्षेत्र के चिट्ठियों की छंटाई में लगे थे। ये मामले डाकघर की बदहाली बयां करने के लिए पर्याप्त हैं। प्रतिदिन करीब एक हजार से अधिक चिट्ठियों का आदान-प्रदान करने वाले इस डाकघर में केवल दो पोस्टल असिस्टेंट के सहारे काम चलाया जा रहा है। प्रभारी पोस्टमास्टर रामजियावन चिकित्सीय अवकाश पर हैं। चौकीदार मायाराम महीनों से गायब है। भुगतान के लिए लोग डाकघर कर चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें निराशा का सामना करना पड़ता है। प्रीतपाल ¨सह का कहना है कि उनका किसान विकास पत्र परिपक्व हो गया है। कई दिनों से दौड़ रहे हैं, लेकिन भुगतान नहीं हो रहा है। राकेश दूबे ने बताया कि वह आवर्ती के खाते में पैसा जमा कर रहे थे। जिसे निकालने के लिए डाकघर का चक्कर काट रहे हैं। संतोष मिश्र एवं तिलकराम ने बताया कि पोस्टल आर्डर न मिलने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पोस्टल असिस्टेंट जाकिर ने बताया कि कर्मियों की कमी है। किसी तरह काम चलाया जा रहा है।