छाई रही बदरी, लेकिन हवा न चलने से ठंड हुई कम

ह्मड्डद्बठ्ठ द्बठ्ठष्ह्मद्गड्डह्यद्ग ष्श्रद्यस्त्रठ्ठद्गह्यह्य द्बठ्ठ 2द्गड्डह्लद्धद्गह्म

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Jan 2020 09:59 PM (IST) Updated:Sat, 18 Jan 2020 09:59 PM (IST)
छाई रही बदरी, लेकिन हवा न चलने से ठंड हुई कम
छाई रही बदरी, लेकिन हवा न चलने से ठंड हुई कम

जागरण टीम, बलरामपुर : शनिवार को बदरी छाई रही, लेकिन हवाएं न चलने से ठिठुरन न के बराबर रही। सूरज देवता कुछ सेकेंड के लिए दर्शन देकर बादलों की ओट में छुप गए। तापमान अधिकतम 19 व न्यूनतम 11 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। अब तक नगर पालिका प्रशासन ने कंबल वितरण नहीं किया है। जबकि जिला प्रशासन तीनों तहसीलों में करीब सात हजार जरूरतमंदों को कंबल वितरित करने का दावा कर रहा है।

नगर पालिका में नहीं बांटे गए कंबल : जिले के शहरी इलाकों में रहने वाले गरीबों के लिए सर्दी की रातें दु:खदायी साबित हो रहीं हैं। जनवरी के 20 दिन बीतने को हैं, लेकिन नगर पालिका प्रशासन अब तक जरूरतमंदों को कंबल मुहैया नहीं करा सका है। नगर पालिका परिषद बलरामपुर व उतरौला की आबादी दो लाख से अधिक है। जिसमें से पांच हजार लोगों को कंबल वितरण किया जाना है। जबकि जेएम पोर्टल पर निविदा प्रक्रिया पूरी न होने की दुहाई देकर जिम्मेदार अपने दायित्वों से किनारा कर रहे हैं।

बारिश ने बढ़ाई किसानों की परेशानी : उतरौला में बुधवार रात से शुक्रवार सुबह तक हुई बारिश से जगह-जगह जलभराव हो गया है। गन्ने की कटाई-छिलाई का काम प्रभावित हो गया। बारिश ने पेड़ी काटकर गेहूं बोआई की किसानों की उम्मीद पर पानी फेर दिया है। नगर स्थित इलाहाबाद बैंक, सीएचसी मार्ग, पचपेड़वा मार्ग पर पानी भर गया है। किसान लल्लूराम, बरसाती, मदन वर्मा, मनीराम का कहना है कि पेड़ी काटने के बाद जनवरी के आखिरी तक लोग गेहूं की बोआई करते थे। इस बार बारिश के कारण खेत की मिट्टी दलदली हो गई है। मजबूरन गेहूं की बोआई छोड़कर बसंतकालीन गन्ने की बोआई करनी पड़ेगी। बारिश से ईंट भट्ठा संचालकों को भारी नुकसान पहुंचा है। पथाई कर रखी गई लाखों की संख्या में ईंटें खराब हो गई हैं।

जिम्मेदार के बोल : अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार शुक्ल का कहना है कि नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारियों को निविदा प्रक्रिया शीघ्र पूरी कराकर कंबल वितरित करने के निर्देश दिए गए हैं। इस बार जेएम पोर्टल के माध्यम से कंबल की खरीद होनी है, इसलिए कुछ समस्याएं आ रहीं हैं।

chat bot
आपका साथी