प्रचार-प्रसार के अभाव में दम तोड़ रही कन्या सुमंगला

प्रदेश सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी कन्या सुमंगला योजना प्रचार-प्रसार के अभाव में परवान चढ़ती नजर नहीं आ रही है। अप्रैल 2019 से फरवरी तक 900 लाभार्थियों के सापेक्ष 23

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 Feb 2020 10:47 PM (IST) Updated:Tue, 18 Feb 2020 06:07 AM (IST)
प्रचार-प्रसार के अभाव में दम तोड़ रही कन्या सुमंगला
प्रचार-प्रसार के अभाव में दम तोड़ रही कन्या सुमंगला

(बलरामपुर) : प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी कन्या सुमंगला योजना प्रचार-प्रसार के अभाव में परवान चढ़ती नजर नहीं आ रही है। अप्रैल 2019 से फरवरी तक 900 लाभार्थियों के सापेक्ष 238 को प्रथम किस्त के रूप में भुगतान हो सका है। जबकि जन्म के बाद 2000 रुपये व संपूर्ण टीकाकरण होने एवं एक वर्ष पूर्ण होने पर 1000 रुपये की दूसरी किस्त दिया जाना है, लेकिन ऐसा नहीं हो सका है। क्षेत्र के 115 ग्राम पंचायतों के लोग इस योजना से अनजान है।

लाभार्थियों की पात्रता :

-लाभार्थी का परिवार प्रदेश का स्थाई निवासी हो। उसके पास स्थाई निवास प्रमाण पत्र हो। राशन कार्ड, आधार कार्ड , मतदाता पहचान पत्र, बिजली या टेलीफोन बिल में से कोई पहचान होना जरूरी है। लाभार्थी के परिवार की वार्षिक आय तीन लाख रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। एक परिवार की अधिकतम दो बच्चियों को इस योजना का लाभ मिलेगा। लाभार्थी के परिवार में अधिकतम दो बच्चे होने चाहिए। किसी महिला को दूसरे प्रसव के बाद जुड़वा बच्चे होने पर तीसरी संतान के रूप में लड़की को भी लाभ मिलेगा।

धनराशि वितरण की श्रेणी :

-नवजात बालिका के जन्म पर 2000 रुपये

-टीकाकरण के एक वर्ष पूरा होने पर 1000 रुपये

-कक्षा एक में प्रवेश लेने पर 2000 रुपये

-कक्षा छह में प्रवेश लेने पर 2000 रुपये

-कक्षा नौ में प्रवेश लेने पर 3000 रुपये

-स्नातक शिक्षा के लिए 5000 रुपये जिम्मेदार के बोल :

- सीएचसी गैंसड़ी में तैनात बीपीएम भानु शुक्ल ने बताया कि योजना में पंजीयन के पश्चात बालिकाओं का धरातलीय सर्वे होता है। सर्वे संपूर्ण होने पर ही धनराशि सीधे भेज दी जाती है। सर्वे में विलंब होने के कारण लाभार्थियों को समय से धनराशि नहीं मिल पा रही है।

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