ISIS Operative Abu Yusuf : अबु यूसुफ के घर से भारी मात्रा में विस्फोटक व फिदायीन हमले में प्रयोग की जाने वाली जैकेट बरामद
ISIS Operative Abu Yusuf एटीएस ने पड़ताल के दौरान भारी मात्रा में विस्फोटक और कथित तौर पर फिदायीन हमले के लिए तैयार किया गया जैकेट बरामद किया गया है।
बलरामपुर, जेएनएन। नई दिल्ली में धौलाकुआं में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के साथ मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार इस्लामिक स्टेट्स ऑफ सीरिया एंड इराक (आइएसआइएस) ऑपरेटिव अबु यूसुफ उर्फ मुस्तकीम के साथियों की तलाश के साथ ही उसके अड्डों को खंगालने में दिल्ली पुलिस तथा यूपी एटीएस को भी बड़ी सफलता मिली है। दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद वह अब्दुल युसूफ बताकर सबको गुमराह करता रहा था। बाद में पता चला कि उसका असली नाम मुस्तकीम है और बढ़या गांव में रहने वाले कफील खान का बेटा है।
बलरामपुर के उतरौला में उसके गांव में तलाशी के दौरान पुलिस को बड़ी मात्रा में विस्फोटक के साथ फिदायीन हमले के लिए तैयार की गई जैकेट भी मिली है। दिल्ली से शनिवार को गिरफ्तार आइएसआइएस ऑपरेटिव अबु यूसुफ के घर बलरामपुर उतरौला तहसील के बढ़िया भैसाही गांव में दिल्ली पुलिस के साथ उत्तर प्रदेश एटीएस ने पड़ताल के दौरान भारी मात्रा में विस्फोटक और कथित तौर पर फिदायीन हमले के लिए तैयार किया गया जैकेट बरामद किया गया है।
अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार मिश्र ने बताया कि आतंकी अबू यूसुफ व मुस्तकीम दोनों एक ही हैं। आतंकी की निशानदेही पर घर के पास के एक तालाब से मानव बम में प्रयुक्त होने वाले दो जैकेट बरामद किए गए हैं। इसके साथ ही घर से विस्फोटक व आपत्तिजनक साहित्य मिला है। यूपी एटीएस व दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर उसके संपर्क में आए लोगों की धरपकड़ शुरू कर दी गई है। मुस्तकीम की निशानदेही पर उतरौला नगर के हाटन व मनकापुर मार्ग पर दो साइकिल दुकानदारों से पूछताछ की गई। यहीं से वह छर्रे आदि खरीदता था। मुस्तकीम की पत्नी, पिता, भाई व बच्चों से भी पूछताछ की गई। उतरौला नगर से उठाए गए लोगों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।
क्या क्या सामान बरामद हुआ
1- एक लेदर बैल्ट
2- दो जैकेट
3- अलग-अलग पॉकेट वाली जैकेट में बम रखने की सुविधा थी
4- 9 किलो विस्फोटक बारूद
5- 3 सिलेंड्रिकल मेटल बॉक्स
6- टारगेट प्रेक्टिस के लिए वुडन कार्ड
7- आईएसआईएस का एक झंडा
8- 30 से ज्यादा बॉल बियरिंग
दिल्ली में पकड़े गए अबु यूसुफ उर्फ मुस्तकीम उर्फ नेटवर्क खंगालने में उत्तर प्रदेश एटीएस के साथ दिल्ली पुलिस रात भर जुटी रही। दिल्ली पुलिस व यूपी एटीएस के अधिकारी उतरौला में ही डेरा डाले हैं। इस दौरान मुस्तकीम की पत्नी, पिता, भाई व बच्चों से पूछताछ की है। उसकी निशानदेही पर उतरौला नगर से उठाए गए लोगों से भी पूछताछ जारी है। दूसरी तरफ गांव पूरी तरह सील है। उसकी हकीकत जानने के बाद ग्रामीण भी हैरान रह गए। उतरौला क्षेत्र के बढय़ा भैसाही गांव निवासी आतंकी दो साल से मनिहारी का वेश बनाकर बारूद का ढेर बिछा रहा था। हासिमपारा बाजार में कास्मेटिक की दुकानोंं की आड़ में आतंक की जड़े गहरी हो रही थी। हैरानी की बात यह है कि स्थानीय पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।
फसल बचाने के नाम पर एकत्र कर रहा था बारूद
दिल्ली पुलिस व यूपी एटीएस की हिरासत से छूटे लोगों की मानें तो मुस्तकीम मनिहार की दुकान से फसल को जंगली सूअर से बचाने के लिए लहसुन बम खरीदकर ले जाता था। हर तीसरे दिन वह दस से 15 लहसुन बम खरीदता था। साइकिल व्यापारियों ने बताया कि उनकी दुकान से अक्सर छर्रा व सुलेशन ले जाता था। इसके पीछे उसका क्या मंसूबा है, इसकी उन सभी को जानकारी नहीं हो सकी। वह साइकिल मरम्मत की दुकान होने का हवाला देता था।
घर से प्रेशर कुकर लेकर निकला था आतंकी मुस्तकीम
मुस्तकीम की पत्नी आयशा ने बरामद सामानों की जानकारी देते हुए बताया कि वह टेलीग्राम के माध्यम से कुछ लोगों से जुड़ा हुआ था। उसने बताया कि शुक्रवार को लखनऊ के लिए घर से निकलते समय वह प्रेशर कुकर साथ ले गया था।
पूछताछ के बाद तीन लोगों को छोड़ा
पुलिस ने बताया कि उतरौला नगर से जिन तीन लोगों को उठाया गया था, उनसे पूछताछ कर छोड़ दिया गया है। आतंकी अबु यूसूफ के गांव बढ़िया भैंसाही में मीडिया के लोगों की भीड़ है। सुरक्षा की दृष्टि से गांव में पुलिस बल मौजूद है। गांव में सन्नाटा है।
कई घरों में हुई तलाशी
अबु यूसुफ उर्फ मुस्तकीम का गांव के कुछ घरों आना-जाना ज्यादा था। यह बात सामने आने पर उत्तर प्रदेश एटीएस और पुलिस ने इस घरों में भी तलाशी ली। यहां से कुछ दस्तावेज व कुछ लोगों के मोबाइल कब्जे में ले लिये।
पत्नी ने बताया दो वर्ष से संदिग्ध थीं गतिविधि
अबु यूसुफ की पत्नी आयशा ने बताया कि पति यूसुफ दो वर्ष से संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त है। वह हमसे भी पैसा लेकर संदिग्ध गतिविधि में लगाता था। घर में ही विस्फोटक रखता था। हमने भयवश किसी को बताया नहीं। हमको जब उनके घर में ही विस्फोटक रखने की जानकारी हुई तो हमने मना भी किया। घर में तो पैसों की बहुत किल्लत है। हमारे पास भी जो पैसा होता था, हमसे लेकर वह इधर-उधर खर्च कर देते थे। जब हमने कहा कि फोकट में पैसा खर्च करते हो, बच्चों की पढ़ाई-लिखाई कैसे होगी तो कहते थे कि सब अल्लाह मालिक है। इस तरह से हमारी बातों को टाल देते थे। वह करीब दो वर्ष से इस काम में लगे थे। सामान एकत्र कर रहे थे। घर में बक्से में जब हमने विस्फोटक देखा तो उसको हटाने को भी कहा था। आयशा ने बताया कि घर से विस्फोट करने वाली फिदायीन जैकेट के साथ चाकू, बेल्ट तथा बारूद मिला है।
आयशा ने बताया कि वो मेरे ऊपर सख्ती कर रहे थे कि किसी को मत बताना। मुझे बहुत अफसोस है। मेरे चार बच्चे हैं, मैं बच्चों को लेकर कहां जाऊंगी। इस बार उनकी गलती को माफ कर दिया जाये। वह लगभग दो वर्ष से थोड़ा-थोड़ा कर के सामान (बारूद) लाते थे और खाली बक्से में रखते थे। मैं नहीं जानती कि इसकी ट्रेनिंग उन्होंने मोबाइल से ली या किसी और से और वो ये किसके लिए कर रहे थे। उनको बाबरी मस्जिद से कोई लगाव नहीं था।
पत्नी व बच्चों के नाम पासपोर्ट
तलाशी में मुस्तकीम के साथ उसकी पत्नी आयशा व चार बच्चों का पासपोर्ट भी मिला है। इस पासपोर्ट पर मुस्तकीम कहीं गया या नहीं, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। गांव के कुछ लोगों ने दबी जुबान पुलिस को यह जरूर बताया कि मुस्तकीम अक्सर गायब हो जाता था, फिर वह कभी एक-दो महीने तो कभी 10-12 दिन में ही आ जाता था। वह कहां जाता था, इस बारे में उसके जवाब पर कई बार संशय बना रहता था।
पिता को बेटे की हरकतों पर अफसोस, एक बार माफी की अपील
नई दिल्ली के धौलाकुआं में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के साथ मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार इस्लामिक स्टेट्स ऑफ सीरिया एंड इराक (आइएसआइएस) ऑपरेटिव अबु यूसुफ उर्फ मुस्तकीम के पिता ने बेटे की हरकतों की निंदा करने के साथ ही उसको एक बार माफी देने की अपील भी की है। अबु यूसुफ उर्फ मुस्तकीम के पिता कफील अहमद दे कहा कि मुझे अपने बेटे की गतिविधियों पर बेहद अफसोस है। मेरी जानकारी में नहीं था कि वह इस तरह की हरकतों में शामिल है। मैं चाहता हूं कि यदि संभव हो तो उसे एक बार के लिए माफ कर दिया जाए, लेकिन उसका कृत्य गलत है। अगर मुझे उनकी गतिविधियों के बारे में जरा सा भी पता होता तो मैं उन्हेंं छोड़ने के लिए जरूर कहता।
पुलिस ने अबु यूसुफ के पिता सहित तीन रिश्तेदारों से पूछताछ की है। गांव में उससे करीब एक घंटे तक पूछताछ की गई। इसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम और बलरामपुर पुलिस की टीम ने उतरौला के गोंडा मोड़ पर उसके घर पर छापेमारी की। यहां से उसके पिता समेत तीन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। उनसे उतरौला कोतवाली में पूछताछ की जा रही है।
यूसुफ के घर से उसके पिता और भतीजे फारूक को और घर के एक अन्य सदस्य वसीम को गोंडा उतरौला रोड पर ईदगाह के पास मोहल्ले से हिरासत में लिया गया । बलरामपुर व दिल्ली में आतंकी के पास से आईईडी भी बरामद किया गया है। माना जा रहा है कि यहां पर पुलिस और अन्य आला अधिकारियों के पहुंचने से पहले उसके परिजनों या अन्य ग्रामीणों ने कुछ डॉक्युमेंट और विस्फोटक को तालाब में फेंक दिया गया था, जिसे तालाब से निकलवाया जा रहा है।
दिल्ली पुलिस की टीम कल रात अबु यूसुफ उर्फ मुस्तकीम को लेकर बलरामपुर के उतरौला में उसके गांव बढ़िया भैसाही गांव आई है। उससे पूछताछ के बाद उसके चार करीबियों को हिरासत में लिया गया है। दिल्ली में अबु यूसुफ के पास से विस्फोटक आईईडी के साथ पिस्टल भी मिली है। आइएसआइएस का गिरफ्तार सदस्य अबु यूसुफ बलरामपुर का निवासी है। दिल्ली में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार आतंकी अबु यूसुफ के दो साथी दिल्ली से फरार हो गए थे। उनकी तलाश जारी है, इसी बीच दिल्ली पुलिस की टीम कल देर रात अबु यूसुफ को लेकर बलरामपुर में उसके गांव पहुंची।
नेटवर्किंग सिस्टम में शातिर है मैट्रिक पास मुस्तकीम
दिल्ली में पकड़े गए आतंकी मुस्तकीम खां ने घर में ही बम तैयार करने का कारखाना लगा रखा था। एटीएस व दिल्ली पुलिस की छापेमारी के बाद उसके घर में न केवल बारूद की बड़ी मात्रा मिली, बल्कि मानव बम के रूप में प्रयुक्त होने वाली दो जैकेट भी बरामद हुई। हालांकि, इन जैकेटों को उसकी पत्नी ने घर के पास स्थित तालाब में टीम के पहुंचने से पहले ही फेंक दिया था जिसे बाद में निकाला गया। उसके घर से प्रतिबंधित संगठनों के साहित्य भी बरामद किए गए।
बारूद के ढेर पर तो नहीं बलरामपुर
बलरामपुर के पचपेड़वा थाना क्षेत्र के एक गांव में करीब दो वर्ष पूर्व एक सैटेलाइट फोन बरामद हुआ था। जिसकी जांच पड़ताल के बाद मामला ठंडा हो गया था। अब आतंकी के तार जिले से जुड़े होने के बाद खुफिया एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं कि जिला बारूद के ढेर पर तो नहीं है।