खिलाड़ियों को नहीं थी जानकारी ..और हो गया 'खेल'

उतरौला के इमिलिया बनघुसरा में हुई खेलकूद प्रतियोगिता खिलाड़ियों ने दिखाई प्रतिभा

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 10:16 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 10:16 PM (IST)
खिलाड़ियों को नहीं थी जानकारी ..और हो गया 'खेल'
खिलाड़ियों को नहीं थी जानकारी ..और हो गया 'खेल'

बलरामपुर: युवा कल्याण एवं प्रादेशिक विकास दल विभाग की ओर से ब्लाक स्तरीय ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन श्रीराम तीर्थ चौधरी इंटर कालेज इमिलिया बनघुसरा में हुआ। युवा कल्याण विभाग ने कोरम पूरा कर खेल करा दिया। वजह, ब्लाक के अधिकांश विद्यालयों के खिलाड़ियों को प्रतियोगिता की जानकारी तक नहीं हो सकी। वहीं, प्रशिक्षक व अभ्यास के बिना ही खिलाड़ियों ने अपने हुनर का प्रदर्शन किया। रस्म अदायगी के बीच प्रतियोगिता कराकर विभागीय अधिकारियों ने अपनी पीठ थपथपा ली।

ब्लाक स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता में बालक व बालिकाओं ने एथलेटिक्स, दौड़, लंबी कूद, ऊंची कूद एवं कबड्डी में प्रतिभाग किया। प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। उतरौला विधायक रामप्रताप वर्मा ने खिलाड़ियों का उत्साहव‌र्द्धन किया। ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि महिपाल चौधरी, क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी शबाना, विद्यालय प्रबंध समिति के रमाकांत वर्मा, केशवराव तिवारी मौजूद रहे।

ऐसे हो रहा खेल में खेल :

-जिले के सभी नौ विकास खंडों में ब्लाक स्तरीय प्रतियोगिता होनी है। इसमें चयनित खिलाड़ियों को जिला स्तर पर मौका मिलेगा। गैंड़ासबुजुर्ग, रेहराबाजार, श्रीदत्तगंज, तुलसीपुर, गैंसड़ी, हर्रैया सतघरवा, पचपेड़वा व सदर ब्लाक में आयोजन की तिथि का अता-पता नहीं है। ऐसे में खिलाड़ियों को आयोजन के एक दिन पहले मौखिक रूप से एथलेटिक्स के लिए तैयार रहने का निर्देश देकर खेल किया जाता है। आयोजन समिति के एक कर्मचारी ने बताया कि एक ब्लाक में खेलकूद कराने में अधिकतम पांच से सात हजार का खर्च आता है। कितना बजट निर्धारित है, इसके बारे में विभाग से कोई सूचना नहीं दी गई है।

दो जिलों का है प्रभार :

-जिला युवा कल्याण अधिकारी प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने बताया कि खेलकूद प्रतियोगिता के लिए प्रति ब्लाक 14 हजार रुपये बजट निर्धारित है। उनके पास बलरामपुर व गोंडा दो जिलों का प्रभार है। इसमें प्रतिभागियों, अतिथियों का सूक्ष्म जलपान, प्रचार सामग्री, पुरस्कार, प्रमाण पत्र, रजिस्ट्रेशन व स्टेशनरी पर खर्च किया जाता है।

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