शुद्ध पेयजल, बिजली संकट से जूझ रहा बिशुनीपुर वार्ड

बलरामपुर : नगर पालिका परिषद के वार्ड नंबर दो बिशुनीपुर रिर्जव को मूलभूत सुविधाओं की दरकार है। वार्ड

By Edited By: Publish:Sun, 04 Dec 2016 11:53 PM (IST) Updated:Sun, 04 Dec 2016 11:53 PM (IST)
शुद्ध पेयजल, बिजली संकट से जूझ रहा बिशुनीपुर वार्ड

बलरामपुर : नगर पालिका परिषद के वार्ड नंबर दो बिशुनीपुर रिर्जव को मूलभूत सुविधाओं की दरकार है। वार्ड के किनारे बह रहा नाला स्थानीय लोगों की मुख्य समस्या है। इससे उठने वाली दुर्गध लोगों को बीमारी का कारण बन रही है। नालों का गंदा पानी स्थानीय लोगों के घर में लगे नलों से निकलता है। इस मोहल्ले में लोगों को शुद्ध पेयजल, सार्वजनिक शौचालय, पक्के मकान व बिजली की समस्या से भी जूझना पड़ रहा है। प्रस्तुत है वार्ड वासियों की दर्द बयां करती हालचाल टीम के सदस्य ओंकार तिवारी व छायाकार अनिरुद्ध प्रताप शुक्ल की रिपोर्ट -

वार्ड में रहने वाले शमी अहमद ने बताया कि हमारी सबसे बड़ी समस्या बगल में बह रहा गंदा नाला है। इससे फैलने वाले संक्रमण से अक्सर लोग बीमार हो जाते हैं। इससे उठने वाली गंध से आसपास के लोगों को सांस की बीमारी भी हो रही है। वार्ड के गुड्डू ने बताया नाले के चलते घरों में लगे हैंडपंपों में भी दूषित पानी आ रहा है। इससे लोगों को पेट संबंधी बीमारी होती रहती है। इस संबंध में नगर पालिका व प्रशासनिक अधिकारियों को शिकायत की जा चुकी है लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मोहल्ले के शैलेंद्र कुमार ने बताया कि मोहल्ले में सफाईकर्मी नहीं आते हैं। इसके चलते जगह-जगह कूड़े का ढेर व गंदगी फैली रहती है। नालियां भी चोक हैं। कहा कि इस संबंध में कई बार अधिकारियों से शिकायत भी की जा चुकी है। वार्ड के अनिल पांडेय ने बताया कि वार्ड में उतरौला मार्ग के दोनों ओर कोई नाली नहीं बनाई गई है। घर से निकलने वाला गंदा पानी घर में ही भरा रहता है। इससे लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ रही है। वार्डवासी राजू श्रीवास्तव व राजेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि मोहल्ले में स्थित पेट्रोल पंप के बगल से कब्रिस्तान जाने वाले रास्ते में दो नालियां खोल दी गई हैं। इससे सड़क पर हमेशा जलभराव व कीचड़ रहता है। कब्रिस्तान जाने में भी परेशानी होती है। वार्ड में रहने वाली रोशनी व रक्षाराम ने बताया कि मुख्य सड़क पर तो एक टंकी लगी है, लेकिन वार्ड में पानी आपूर्ति का कोई इंतजाम नहीं है। मोहल्ले में लगे अधिकांश हैंडपंप भी खराब हैं। इसके चलते शुद्ध पेयजल की किल्लत झेलनी पड़ रही है। स्थानीय निवासी राजेंद्र कुमार ने बताया कि मोहल्ले में एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है। इसके चलते अधिकांश लोगों को खुले में शौच जाना पड़ता है। सुनील पांडेय व तजम्मुल ने आधे मोहल्ले में विद्युतीकरण की घोषणा 2012 में ही की गई थी, लेकिन अबतक यह प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी है।

सभासद फतेह मोहम्मद ने बताया किवार्ड में लगातार काम कराया जा रहा है। मस्जिद के बगल से सटालू के घर तक, मुन्ना मास्टर के घर सें जोगी एव विंदर के घर से लखन के घर तक इंटरलाकिंग व नाली निर्माण कराया जा चुका है। इसके अलावा उतरौला रोड के दोनों ओर बड़े नाले के निर्माण का प्रस्ताव भी किया गया है। बताया कि वर्ष 2012 में ही वार्ड में बिजली के खंबे लगाए जाने के लिए विद्युत विभाग को नगरपालिका द्वारा 12 लाख रुपये का भुगतान किया गया था, लेकिन मोहल्ले में अबतक खंबों पर तार नहीं चढ़ाए गए हैं।

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