लाल बालू व दारू के अवैध धंधे में संलिप्त होते जा रहे युवा

-सफेदपोशों के संरक्षण में ही चल रहे दोनों धंधे -पुलिस भी है खुश बिन मांगे ही मिल रहा प

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 05:27 PM (IST) Updated:Thu, 20 Sep 2018 05:27 PM (IST)
लाल बालू व दारू के अवैध धंधे में संलिप्त होते जा रहे युवा
लाल बालू व दारू के अवैध धंधे में संलिप्त होते जा रहे युवा

-सफेदपोशों के संरक्षण में ही चल रहे दोनों धंधे

-पुलिस भी है खुश बिन मांगे ही मिल रहा पैसा जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया) : लाल बालू व अंग्रेजी शराब के अवैध धंधे से द्वाबा के सैकड़ों की संख्या में युवाओं ने खूब पैसा कमाया है। लोगों का कहना है कि कई ऐसे युवा हैं, जो कल तक सड़क छाप कहे जाते थे। इन धंधों के कारण एक साल के भीतर करोड़ों में खेल रहे हैं जबकि लाखों कमाने वालों की संख्या सैकड़ों में है। यही स्थिति पुलिस वालों की भी है, चाहे थाना दोकटी हो या बैरिया, पुलिस चौकी लालगंज या जयप्रकाशनगर सभी जगहों पर पुलिस वालों की बल्ले-बल्ले है। यहां तक कि रेवती थाना क्षेत्र के गोपाल नगर पुलिस चौकी के सिपाही व चौकी इंचार्ज काफी खुशहाल दिख रहे हैं। सच्चाई चाहे जो हो लेकिन इन दोनों धंधों में युवाओं की रुचि बढ़ती जा रही है और दिनोंदिन नए-नए युवा इन धंधों में शामिल होते जा रहे हैं। जहां दारू का धंधा चोरी-चोरी चुपके- चुपके किया जा रहा है। वहीं लाल बालू का धंधा खुलेआम डंके के चोट पर हो रहा है क्योंकि संबंधित विभागों ने इसके लिए अपनी मौन सहमति दे दी है। लाल बालू के धंधे में कुछ लोगों को राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है। जिनसे पुलिस सुविधा शुल्क नहीं लेती है जबकि बिना राजनैतिक संरक्षण के लाल बालू के धंधे करने वालों ने पुलिस सहित संबंधित विभाग का हिस्सा तय कर रखा है। चर्चा तो यहां तक है कि कुछ रसूखदार लोगों ने परोक्ष रूप से अवैध शराब के धंधे में अपनी पूंजी लगाई है और घर बैठे- बैठे उसका एक निश्चित हिस्सा लाभ के रूप में ले रहे हैं। लाल बालू के ढुलाई में बढ़ते वाहनों के कारण सड़कों के परखचे उड़ चुके हैं। फलस्वरूप आम लोगों के लिए खराब सड़के परेशानी की सबब बनी हुई है। वहीं आए दिन लाल बालू लदे वाहनों से दुर्घटनाएं हो रही हैं।

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