नंदी ग्राम मेले में दुधारू पशुओं के आने से बढ़ी रौनक

ददरी मेला के नंदी ग्राम पशु मेले में पशुओं के दुधारू पशुओं के उतरने से मेले की रौनक बढ़ने लगी है। ऐतिहासिक पशु मेला अब पूरी तरह सजधज कर तैयार है वहीं मेले में पशुओं की आवक तेज हो गई है। नंदी ग्राम मेले में बैल गाय व बछड़ों की कई खेप पहुंच गई है। व्यापारियों ने जहां अपना डेरा तंबू खड़ा कर दिया है। मेले में पशुओं की खरीद बिक्री शुरू होने से नगरपालिका की आमदनी भी बढ़ने लगी है। नगर पालिका परिषद ने मेले में प्रकाश व पानी का सुविधा मुहैया करा दिया

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Nov 2019 07:08 PM (IST) Updated:Wed, 06 Nov 2019 06:25 AM (IST)
नंदी ग्राम मेले में दुधारू पशुओं के आने से बढ़ी रौनक
नंदी ग्राम मेले में दुधारू पशुओं के आने से बढ़ी रौनक

जागरण संवाददाता, बलिया : ददरी मेला के नंदी ग्राम पशु मेले में पशुओं के दुधारू पशुओं के उतरने से मेले की रौनक बढ़ने लगी है। ऐतिहासिक पशु मेला अब पूरी तरह सजधज कर तैयार है, वहीं मेले में पशुओं की आवक तेज हो गई है। नंदी ग्राम मेले में बैल, गाय व बछड़ों की कई खेप पहुंच गई है। व्यापारियों ने जहां अपना डेरा तंबू खड़ा कर दिया है। मेले में पशुओं की खरीद बिक्री शुरू होने से नगरपालिका की आमदनी भी बढ़ने लगी है। नगर पालिका परिषद ने मेले में प्रकाश व पानी का सुविधा मुहैया करा दिया है।

मेले में बाहरी व्यापारियों के आने का क्रम अभी भी जारी है। कार्तिक पूर्णिमा से यहां आमजन का ददरी मेला भी शुरू हो जाएगा। उससे पहले पशु मेले में हर तरह के पशु आ रहे हैं। बैल, गाय, घोड़े आदि की बिक्री लगातार हो रही है। सबसे ज्यादा दुधारू गायों के खरीदार मेले में पहुंच रहे हैं। मेले में फरीदाबाद से आए एक से बढ़ कर घोड़े के बच्चे सभी को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। वहीं जर्सी बछियों को देखने के लिए भी लोगों का जुटान दिन भर हो रहा है। बाहरी व्यापारियों में नागपुर, हरियाणा सहित बिहार से भी भारी संख्या में पशुओं के साथ व्यापारी पहुंचे हैं। ददरी मेले भी उतरने लगे चरखी व झूले

इधर ददरी मेले में भी चरखी व झूले उतरने लगे हैं। मीना बाजार के लिए दुकानदार अपने सामानों को उतारने लगे हैं। इसको लेकर सभी की उत्सुकता बढ़ने लगी हैं। ददरी मेला कार्तिक पूर्णिमा से शुरू हो जाता है। इस मेले में जनपद ही नहीं बाहर से भी भारी संख्या में लोग घूमने व भारी सामानों की खरीदारी को पहुंचते हैं। बच्चे पहले से ही सर्कस और झूला की बात करने लगे हैं। वहीं मेले में थाने के सामने चरखी लगाने को लेकर दो संचालकों में विवाद चल रहा है। नगरपालिका ईओ ने दोनों को एक ही स्थान की पर्ची दे दी है। यह मामला नगरपालिका अध्यक्ष के यहां भी पहुंचा है। इस मामले को लेकर चरखी संचालकों ने नंदी ग्राम मेला में चेयरमैन का घेराव भी किया, लेकिन अभी इस मामले में नगरपालिका की ओर से कोई फैसला नहीं हो पाया है।

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