प्रेम अहिसा व त्याग की प्रतिमूर्ति थे रामेश्वर सिंह

जागरण संवाददाता बांसडीहरोड (बलिया) क्षेत्र के कुसौरा में रामेश्वर सिंह व उनकी पत्नी मंतु

By JagranEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 10:47 PM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 10:47 PM (IST)
प्रेम अहिसा व त्याग की प्रतिमूर्ति थे रामेश्वर सिंह
प्रेम अहिसा व त्याग की प्रतिमूर्ति थे रामेश्वर सिंह

जागरण संवाददाता, बांसडीहरोड (बलिया): क्षेत्र के कुसौरा में रामेश्वर सिंह व उनकी पत्नी मंतुरनी देवी का स्मृति दिवस शुक्रवार को मनाया गया। एक दिन पूर्व रामचरित मानस के पाठ संपन्न होने के बाद उनके पैतृक आवास पर स्थापित उनकी प्रतिमा पर फूल माला चढ़ाकर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। मंत्री उपेंद्र तिवारी ने रामेश्वर सिंह के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हें प्रेम अहिसा व त्याग की प्रतिमूर्ति बताया। कहा कि उनके पुण्य कर्म ही हैं जिसका अनुकरण कर आज उनके सभी पुत्र उनसे बढ़कर समाजसेवा के कार्य में जुटे हुए हैं। योगेश्वर सिंह ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में पिता का सामान्य बने रहना उनके व्यक्तित्व का अनुकरणीय स्तंभ है। इस मौके पर विधायक उमाशंकर सिंह, चेयरमैन प्रतिनिधि सहतवार नीरज सिंह गुड्डू, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष विनोद दुबे, शंभू शरण बेहाल, कामेश्वर सिंह, राजेश्वर सिंह, ईश्वर दयाल मिश्रा, दिनेश तिवारी, रणधीर सिंह , अखिलेश उपाध्याय, हरि सिंह, राजीव शाह आदि ने उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला। संकीर्तन समापन पर कंबल का वितरण

जागरण संवाददाता, बलिया: स्वामी हरिहरानंद महाराज के सानिध्य में बाबा बालेश्वर नाथ मंदिर में कार्तिक मास भर चले हरे रामनाम संकीर्तन का समापन शनिवार को हुआ। इस दौरान हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ भी किया गया। इस मौके पर प्रमुख व्यापारी बैजनाथ गुप्ता व उनकी पत्नी चंद्रवाती ने ब्राह्मणों को कंबल व दक्षिणा देकर विदाई की। इसमें भक्त राघव मिश्रा, शुभम प्रकाश, ज्ञानेंद्र राय गुड्डू, नीरज राय, बच्चा जी, लल्लू उपाध्याय आदि का भरपूर सहयोग मिला। पं. बरमेश्वर भारती, पं. आशुतोष शुक्ल आदि ने भाग लिया।

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