दूषित पेयजल से हो रहीं हड्डी संबंधी बीमारियां

जासं बैरिया (बलिया) क्षेत्र के भूगर्भीय जल में आर्सेनिक के साथ-साथ फ्लोराइड भी अधिक मात्रा में पायी जा रही है। इससे लोगों में हड्डी की बीमारियां बढ़ रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Jan 2020 04:49 PM (IST) Updated:Sat, 18 Jan 2020 04:49 PM (IST)
दूषित पेयजल से हो रहीं हड्डी संबंधी बीमारियां
दूषित पेयजल से हो रहीं हड्डी संबंधी बीमारियां

जासं, बैरिया (बलिया) : क्षेत्र के भूगर्भीय जल में आर्सेनिक के साथ-साथ फ्लोराइड भी अधिक मात्रा में पायी जा रही है। इससे लोगों में हड्डी की बीमारियां बढ़ रही हैं। मानक से अधिक आर्सेनिक के चलते लोग पहले से ही उदर रोग, चर्म रोग सहित विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त हैं। ऐसे में फ्लोराइड के भी मानक से अधिक होने के कारण शुद्ध पेयजल की समस्या विकट हो गई है।

चाहे इंडिया मार्का हैंडपंप हो या ओवरहेड टैंक अथवा सोलर आरओ, सभी पानी में आर्सेनिक व फ्लोराइड मानक से अधिक मिल रहा है। इससे लोग परेशान हैं। स्थानीय स्तर पर बोतलबंद पानी को भी लोग पेयजल के लिए मानक के अनुरूप नहीं मान रहे हैं। वहीं लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जन निगम गंभीर नहीं है। इसके साथ ही जनप्रतिनिधि भी उपेक्षात्मक रवैया अपना रहे हैं।

स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी का ध्यान अपेक्षित करते हुए कम से कम क्षेत्र में स्थापित सभी सोलर वाटर प्लांटों व ओवरहेड टैंकों के पानी की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराने का आग्रह किया है ताकि दूषित पेयजल के सेवन से लोग बच सकें।

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