खेल में जीतते सभी हैं, कोई कुछ कम तो कोई ज्यादा

खेल में हर कोई जीतता है, कोई कुछ कम तो कोई कुछ ज्यादा। खेल में पराजय शब्द ही नहीं होने चाहिए। इसलिए कि खेल में जब दो टीमें लड़ती हैं तो खेल खत्म होने के बाद एक को विजेता और दूसरे को उप विजेता कप देकर सम्मानित किया जाता है। इसका मतलब ही यही होता है कि दोनों टीमें विजयी हैं कोई कुछ कम और कोई ज्यादा। यह बातें इंडिया ओलम्पिक एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडेय ने कही।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jan 2019 10:13 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jan 2019 10:13 PM (IST)
खेल में जीतते सभी हैं, कोई कुछ कम तो कोई ज्यादा
खेल में जीतते सभी हैं, कोई कुछ कम तो कोई ज्यादा

जागरण संवाददाता, बलिया : खेल में हर कोई जीतता है, कोई कुछ कम तो कोई कुछ ज्यादा। खेल में पराजय शब्द ही नहीं होने चाहिए। इसलिए कि खेल में जब दो टीमें लड़ती हैं तो खेल खत्म होने के बाद एक को विजेता और दूसरे को उप विजेता कप देकर सम्मानित किया जाता है। इसका मतलब ही यही होता है कि दोनों टीमें विजयी हैं कोई कुछ कम और कोई ज्यादा। यह बात इंडिया ओलम्पिक एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडेय ने कही।

वह रविवार को सहरसपाली स्थित सेक्रेड हार्ट स्कूल में आयोजित वार्षिक खेल महोत्सव में सभी प्रतिभागी छात्रों को संबोधित कर रहे थे। इस खेल महोत्सव में 850 छात्र-छात्राओं ने विभिन्न खेलों में भाग लिया। इसमें 157 छात्रों को स्वर्ण पदक व 76 छात्रों को कांस्य पदक से पुरस्कृत किया गया। विद्यालय की प्रधानाचार्या नम्रता पांडेय ने उपस्थित लोगों को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर फादर क्विटर, एडिशनल जज अमित मालवीय व क्रीड़ाधिकारी सर्वदेव ¨सह यादव सहित सैकड़ों अभिभावक भी मौजूद थे।

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