सिद्धनाथ ने संभाली दि सिविल बार की कमान
बलिया : दि सिविल बार एसोसिएशन के नव निर्वाचित पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण समारोह बुधवार को दिवानी न
बलिया : दि सिविल बार एसोसिएशन के नव निर्वाचित पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण समारोह बुधवार को दिवानी न्यायालय के सेंट्रल हाल में संपन्न हुआ। बार कौंसिल आफ उत्तर प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष अरुण मिश्र व जिला जज चंद्रहास राम सरोज की मौजूदगी में एल्डर कमेटी के प्रभारी चेयरमैन भोला नाथ मिश्र ने नव निर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण के बाद ही सिद्धनाथ राय ने दि सिविल बार एसोसिएशन की कमान अपनी टीम संग संभाल ली। शपथ ग्रहण समरोह को संबोधित करते हुए बार कौंसिल आफ उत्तर प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष अरुण मिश्र ने कहा कि अधिवक्ता कर्मयोगी होता है। वह बड़ी मेहनत से पीड़ित को न्याय दिलाता है। कहा कि अधिवक्ता हित की लड़ाई हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता में है। विशिष्ट अतिथि जिला जज चंद्रहास राम सरोज ने कहा कि न्याय प्रक्रिया में बार व बेंच का अहम स्थान है दोनों एक ही सिक्का के दो पहलू है इसलिए दोनों का एक साथ चलना बहुत ही आवश्यक है। नव निर्वाचित अध्यक्ष सिद्धनाथ राय ने कहा कि वह अधिवक्ताओं के हित व सम्मान रक्षा के लिए सतत प्रयत्नशील रहेंगे। कहा कि व्यक्ति की पहचान उसके कार्य पद्धति से होती है इसलिए कार्य में किसी तरह की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। नव निर्वाचित महासचिव सत्यप्रकाश ¨सह ने भी सभी को साथ लेकर चलने की बात कही। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके हुई। शपथ ग्रहण समारोह में देवेंद्र नाथ दूबे, भोला नाथ मिश्र, अशोक कुमार ओझा, जय प्रकाश उपाध्याय, विनय ¨सह, रामाधार तिवारी, सुभाष चंद्र राय सहित न्यायिक अधिकारी मौजूद थे। एल्डर कमेटी के चेयरमैन भोला नाथ मिश्र ने सभी का आभार जताया।
..और कीचड़ में सने कराहते हुए मंच तक पहुंचे अधिवक्ता
सिविर बार एसोसिएशन के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान हर एक व्यक्ति उस समय आश्चर्य में पड़ गया जब अधिवक्ता अरुण कुमार गुप्त कीचड़ से सने हुए और पुलिस के चोट से कराहते हुए मंच तक पहुंच गए। उन्होंने अपना दुखड़ा अपने सीनियर बृजेश कुमार श्रीवास्तव से बताया। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला जज ने हस्तक्षेप किया तो उक्त ट्रैफिक पुलिस के खिलाफ कार्रवाई हुई। जूनियर बार के पदाधिकारियों ने शपथ समारोह संपन्न होने के बाद अब पुलिस कर्मियों को चुनौती दी है तथा सजगता पूर्वक कचहरी में प्रवेश करने को कहा है। क्योंकि पुलिस अपने औकात से बाहर हो गई है उसे मर्यादा के तहत रहने नहीं आ रहा है। अब वकील
उन्हें अपने तरीके से मर्यादा का पाठ पढ़ाएंगे। अधिवक्ताओं ने एक स्वर से कहा कि पहले कार्रवाई उस पुलिस कर्मी के साथ करनी है। जो अधिवक्ता के साथ बदतमीजी किया है। घटना के वक्त अधिवक्ता अरुण कुमार गुप्त बाइक में तेल भरवाकर कचहरी आ रहे थे। यातायात पुलिस उन्हें पकड़कर पिटाई कर दी। जो चर्चा का विषय बना हुआ है।न्यायिक कार्य से विरत रहे अधिवक्ता
वरिष्ठ अधिवक्ता गिरधर गोपाल की मौत पर सभी बार के अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहे। जिला जज ने अधिवक्ता के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की तथा दुख की घड़ी में परिवार के सदस्यों को ढ़ाढस बंधाया।