स्वयं सेवकों को बताया जीवन का सार

बलिया : जनपद के विभिन्न महाविद्यालयों में चल रहे राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय शिविर के माध्यम

By Edited By: Publish:Sat, 06 Feb 2016 07:49 PM (IST) Updated:Sat, 06 Feb 2016 07:49 PM (IST)
स्वयं सेवकों को बताया जीवन का सार

बलिया : जनपद के विभिन्न महाविद्यालयों में चल रहे राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय शिविर के माध्यम से एनएसएस कैडेटों को जीवन व समाज के मायने बताए जा रहे हैं। गांधी महाविद्यालय मिड्ढा व गौरी शंकर कन्या महाविद्यालय करनई में शिविर के माध्यम से बच्चों को शिविर के सिद्धांत व उद्देश्य के बाबत बताया।

गांधी महाविद्यालय मिड्ढा बेरुआरबारी में शिविर के बौद्धिक कार्यक्रम के क्रम में पर्यावरण संरक्षण पर विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। गोष्ठी के मुख्य अतिथि महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डा.आर गणेश उपाध्याय ने पौधरोपण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। पर्यावरण संरक्षण में पौाधों की अहम भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। कहा प्राचीन काल से ही हमारे पूर्वज पर्यावरण संरक्षण के प्रति गंभीर थे इसलिए नीम पीपल आदि पौधों को धर्म से जोड़ दिया क्योंकि यह वृक्ष पर्यावरण में आक्सीजन का प्रमुख स्त्रोत है। बताया कि वैश्विक उष्मन की समस्या वृक्षों के काटने से उत्पन्न हो रही है। इस दौरान प्राचार्य डॉ.ओमप्रकाश पांडेय ने सभी के प्रति आभार जताया। संचालन कार्यक्रम अधिकारी डॉ.सुनीता चौधरी ने ने किया।

गौरीशंकर राय कन्या महाविद्यालय करनई में आयोजित शिविर के बौद्धिक सत्र में महिलाओं की सामाजिक सहभागिता विषय पर चर्चा हुई। मुख्य अतिथि गंगा प्रसाद शिवनारायण माहिला महाविद्यालय खानपुर डुमरिया के प्राचार्य डॉ.अशोक कुमार ¨सह ने शिवरार्थियों का मार्गदर्शन किया तथा ज्ञानव‌र्द्धक बातें बताई। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डॉ.उपेंद्र ¨सह एसोसिएट प्रोफेसर बजरंग पीजी कालेज दादर आश्रम ने महिलाओं की समाजिक स्थिति पर विस्तार से चर्चा किया। इस दौरान महाविद्यालय के निदेशक डॉ.श्रीराम ¨सह, प्राचार्य डॉ.एसपी ¨सह, डॉ.आरपी तिवारी, डॉ.आरएस यादव, आदि मौजूद थे। संचालन कार्यक्रम अधिकारी डॉ.वीरेंद्र यादव ने किया।

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