परीक्षा)) आइसीएसइ परीक्षा में गढ़े सफलता के नए आयाम

इंजीनियर वैज्ञानिक डॉक्टर तो कोई सेना में जाने का संजोए है सपना

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2020 11:26 PM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 06:03 AM (IST)
परीक्षा)) आइसीएसइ परीक्षा में गढ़े सफलता के नए आयाम
परीक्षा)) आइसीएसइ परीक्षा में गढ़े सफलता के नए आयाम

संसू, बहराइच : असफलता एक चुनौती है। इसे स्वीकार करो। क्या कमी रह गई, देखो और सुधार कर आगे बढ़ो। कुछ इसी संकल्प के साथ बच्चों ने शिक्षा, अनुशासन व संस्कार सीख कर आइसीएसइ परीक्षा में सफलता के नए आयाम गढ़े हैं। मेधावियों में कोई डॉक्टर, इंजीनियर, बिजनेसमैन तो कोई वैज्ञानिक बनकर देश सेवा का सपना संजोए हैं।

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आइपीएस बनकर करुंगा देश की सेवा

हाईस्कल में जिला टॉप करने वाले विनम्र शुक्ल का सपना आइपीएस बनने का है। वे कहते हैं कि इस क्षेत्र अच्छे लोगों के जाने की जरूरत है। इसके लिए वे पूरी लगने से पढ़ाई जारी रखेंगे।

विनम्र शुक्ल

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मेहनत का मिला प्रतिफल

-हाईस्कूल की परीक्षा में जिले में दूसरा स्थान हासिल करने वाले सेंट पीटर्स इंटर कॉलेज के हर्ष अग्रवाल बताते हैं कि आठ से नौ घंटे की पढ़ाई का परिणाम सार्थक रहा। उनकी इच्छा आइएसएस बनने की है।

हर्ष अग्रवाल-

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-सिमरजीत सिंह देश सेवा का जज्बा संजोए हुए हैं। सेना में जाने की इच्छा रखते हैं। गणित विषय पर उनका ज्यादा फोकस है, ताकि नेवी में सलेक्शन हो सके।

सिमरजीत सिंह-

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बैरोज ब्लू बेल्स के छात्र आदर्श पांडेय कहते हैं कि माता-पिता व दादा-दादी के सानिध्य में शिक्षा माहौल मिला, उसका परिणाम रहा कि उन्होंने बेहतर अंक अर्जित किए। उनकी इसी तरह पढ़ाई का क्रम जारी रहेगा।

आदर्श पांडेय

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मेरा लक्ष्य डॉक्टर बन देश सेवा

-इंटरमीडिएट में जिला टॉप करने वाले सेंट पीटर्स इंटर कॉलेज नानपारा के नबील जमशेद बताते हैं कि उनका सपना डॉक्टर बनकर देश सेवा का है। इसको लेकर वे अपनी पढ़ाई के लक्ष्य को साध रहे हैं।

नबील जमशेद,

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इंजीनियर बनने का है सपना

-जिले में दूसरा स्थान पाने वाले हर्षित दीक्षित इंजीनियर बनना चाहते हैं। वे कहते हैं कि आइटी क्षेत्र में जाकर देश को तकनीक से लैस करना चाहते हैं। नियमित छह से आठ घंटे तक वे पढ़ाई कर रहे हैं।

हर्षित दीक्षित-

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वैज्ञानिक बनकर देश को करेंगी मजबूत

-इंटर में तीसरा स्थान हासिल करने वाली शैलजा का सपना वैज्ञानिक बनना है। वे बताती है कि विज्ञान विषय के प्रति उनकी लगन शुरू से रही है। इसी क्षेत्र में ही वे अपना कॅरियर बनाना चाहती हैं।

शैलजा-

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सिविल सर्विस में जाने की इच्छा

सेंट नावर्ट स्कूल के ऋषभ पांडेय कहते हैं कि उन्होंने पूरे मनोयोग के साथ परीक्षा की तैयारी की है। उसका परिणाम सार्थक रहा। सिविल सर्विसेज में जाने की इच्छा मन में संजोए हुए हैं।

-ऋषभ पांडेय

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