पिछड़ी जाति का दर्शाकर सामान्य महिला जीत गई प्रधानी
पिता की जाति निकली सामान्य बेटी की प्रधानी की कुर्सी फंसी
पिछड़ी जाति का दर्शाकर सामान्य महिला जीत गई प्रधानी
बहराइच : विशेश्वरगंज की रहने वाली महिला सामान्य जाति की थी। उसने पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित सीट पर प्रधान का चुनाव लड़ा। जाति प्रमाणपत्र भी बनवाकर लगा दिया। पूर्व प्रधान प्रत्याशी ने इसकी शिकायत की। जांच टीम ने सत्यापन किया तो महिला के सामान्य जाति का होने की पुष्टि हुई। उच्चाधिकारियों ने रिपोर्ट मिलने के बाद जिला स्तरीय समिति परीक्षण कर रही है। इसके बाद अंतिम निर्णय होगा। पयागपुर तहसील क्षेत्र के ब्लाक विशेश्वरगंज के ग्राम रनियापुर गोबरही में पंचायत चुनाव-2020 में ग्राम प्रधान का पद पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित था। बबलू की पत्नी विनय देवी उर्फ कुसुम ने प्रधान पद का चुनाव लड़ा और प्रधान निर्वाचित हुईं। पूर्व प्रधान प्रत्याशी कमलेश्वर प्रसाद मौर्य ने उनके सामान्य जाति का होने के बाद भी पिछड़ी जाति का प्रमाणपत्र बनवाकर चुनाव लड़ने की शिकायत निदेशक पिछड़ा कल्याण वर्ग लखनऊ से की। निदेशालय का पत्र मिलने के बाद विभाग ने जांच कराई। ग्राम प्रधान का मायका कैसरगंज तहसील के ग्राम भग्गड़वा बाजार निवासी कनिकराम के यहां होने के कारण तहसीलदार पयागपुर ने कैसरगंज को पत्र लिखा। तहसीलदार ने लेखपाल को गांव भेजकर जांच कराई। उनके पिता व अन्य लोगों के बयान दर्ज किए। महिला के कसौधन जाति के होने की बात पिता ने बताई।, मगर पिछड़ी जाति होने का कोई साक्ष्य नहीं दे सके। पयागपुर के तहसीलदार ने लेखपाल पुष्कर तिवारी से रनियापुर गोबरही में उसके ससुराल की जांच कराई। इसमें पुष्टि हुई कि वह सामान्य जाति की महिला है। दोनों तहसीलों की रिपोर्ट मिलने के बाद जारी जाति प्रमाणपत्र को निरस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। दो बहनों के ससुराल से भी ली टोह : तहसीलदार कैसरगंज ने जारी पत्र में बताया कि विनय देवी की बहन सुमन और कमलेश की शादी गोंडा जिले के करनैलगंज में पुरानी बाजार निवासी अनिल गुप्त व मनीष गुप्त से हुई है। दोनों दोसर वैश्य जाति के हैं, जो सामान्य जाति में आती है। कोट रनियापुर गोबरही का प्रकरण संज्ञान में है। जिला स्तरीय समिति मामले का परीक्षण कर रही है। इसमें डीएम अध्यक्ष और सदस्य सीआरओ, एसडीएम पयागपुर व मैं हूं। परीक्षण के बाद समिति निर्णय लेगी। - राजन कुमार, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी बहराइच