हैंडपंप खराब होने से लोग पानी को परेशान

लाइनपार बस्ती में हैडंपप खराब होने से कई परिवार के सामने पानी की समस्या बनी है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Dec 2020 08:00 PM (IST) Updated:Sun, 20 Dec 2020 08:00 PM (IST)
हैंडपंप खराब होने से लोग पानी को परेशान
हैंडपंप खराब होने से लोग पानी को परेशान

बागपत, जेएनएन। लाइनपार बस्ती में हैडंपप खराब होने से कई परिवार के सामने पानी की समस्या बनी है। शिकायत के बाद भी निदान नहीं होने से आक्रोशित लोगों ने चेयरपर्सन से हैंडपंप ठीक कराने की मांग की है।

लोगों ने बताया कि पिछले दो सप्ताह से गली में लगा हैंडपंप खराब पड़ा है। पानी लेने के लिए दूसरी गली में जाना पड़ता है। कई बार पालिका के कर्मचारियों को फोन कर ठीक कराने की मांग कर चुके हैं, लेकिन निदान नहीं हो पा रहा है। सर्दी में पानी दूसरी गली से लेकर आने में काफी परेशानी होती है। कई बार तो पानी लाते समय गली में गिरकर महिलाएं घायल हो चुकी है। उक्त गली के लोगों ने पानी भरने से इन्कार कर दिया है। रोजाना परेशानी बढ़ती जा रही है। सुमन, बबीता, मंजू, इमराना, पुष्पा, वसीम आदि ने चेयरपर्सन ने हैंडपंप को ठीक कराने की मांग की है। प्रतिनिधि अंकुर धामा का कहना है कि संबंध में कोई जानकारी नहीं थी। जल्द हैंडपंप ठीक कराया जाएगा। मेड़ ठीक नहीं और छोड़ दिया रजवाहा में पानी

मीतली रजवाहे की मेड़ ठीक कराए बिना एक बार फिर विभाग ने पानी छोड़ दिया। फसल जलमग्न होने से किसानों में आक्रोश है। दोबारा बिना मेड़ ठीक हुए पानी छोड़ने पर किसानों ने अधिकारियों के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी।

शनिवार रात को एक बार फिर मीतली रजवाहा में पानी छोड़ा गया। इससे दोबारा मेढ टूटी हुए स्थान से कई किसानों की सैकड़ों बीघा गन्ना, गेहूं फसल में पानी भर गया। खेत पर पहुंचे किसानों का पारा दोबारा रजवाहा में पानी को देखकर चढ़ किया। किसानों का कहना था कि रजवाहा में दोबारा पानी छोड़ना था तो अधिकारियों को पहले मेढ ठीक करा देनी चाहिए थी। अधिकारियों को उनकी परेशानी से कोई फर्क नहीं पड़ता। पहले भी कई बार ऐसा ही हो चुका है। शिकायतों के बाद भी अधिकारी उनकी तरफ ध्यान नहीं देते हैं। चेतावनी दी अगर इस पर अधिकारियों ने बिना जांच किए रजवाहे में पानी छोड़ा को वे विभाग के कार्यालय पर तालाबंदी करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।

संजीव, जितेंद्र का कहना था कि पहले भी कई बार अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन सुनवाई नहीं होती। इस संबंध में पतरौल शीशपाल का कहना है कि पानी बंद कराने के लिए कई बार कार्यालय से मांग की जा चुकी है। लेकिन रात में कोई न कोई पानी खोल देता है। अधिकारियों से संबंध में अवगत कराया जा चुका है।

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