अंडरपास में जलभराव से फंसी स्कार्पियो

दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे से बड़ौत-मुजफ्फरनगर मार्ग के बीच रेलवे अंडरपास में चार दिन से इतना अधिक जलभराव है कि उसमें वाहन फंस रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 Dec 2018 11:12 PM (IST) Updated:Sun, 16 Dec 2018 11:12 PM (IST)
अंडरपास में जलभराव से फंसी स्कार्पियो
अंडरपास में जलभराव से फंसी स्कार्पियो

जागरण संवाददाता, बड़ौत: दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे से बड़ौत-मुजफ्फरनगर मार्ग के बीच रेलवे अंडरपास में चार दिन से इतना अधिक जलभराव है कि उसमें वाहन फंस रहे हैं। कई बार लोगों की जान पर बन आयी। रविवार को स्कार्पियो भी जलभराव में फंस गई, जिसमें ठेकेदार भाइयों समेत चार लोग सवार थे। चारों ने किसी तरह स्कार्पियो से निकलकर अपनी जान बचाई।

बावली गांव निवासी सुनील तोमर ने बताया कि वह और उसका भाई विनोद तोमर मेरठ में ठेकेदारी करते हैं। वह स्कार्पियो में अपने भाई विनोद, चालक सुशील और एक अन्य गुलफाम के साथ मेरठ से अंडरपास से होते हुए अपने गांव जा रहे थे। इसी दौरान स्कार्पियो अंडरपास में भरे पानी में फंस गई। चालक ने समझा कि वहां कम पानी है, लेकिन पानी से स्कार्पियो बाहर नहीं निकल सकी। उन्होंने फोन कर गांव में जानकार लोगों को इसकी सूचना दी, जिसके बाद वह किसी तरह स्कार्पियो से बाहर निकले और ट्रैक्टर से स्कार्पियो को किसी तरह पानी से बाहर निकला। इसके अलावा एक और कार भी पानी में फंस गई। उसमें सवार लोग भी किसी तरह बाहर निकले और दूसरे वाहन से कार को बाहर निकलवाया।

गौरतलब है कि अंडरपास के पास बह रहे रजवाहे से पानी अंडरपास में भर गया, जिससे वहां जलभराव हो गया। दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे और बड़ौत-मुजफ्फरनगर मार्ग के बीच रेलवे अंडरपास स्थित है इसी रास्ते से लोग शार्ट कट कर जाते हैं। कई दिन पहले रोडवेज की यात्रियों से भरी बस भी अंडरपास में फंस गई थी। उसे ट्रैक्टर से बाहर निकलवाया था। कई दिनों से अंडरपास में इतना पानी भरा हुआ है कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है, लेकिन सरकार के किसी भी नुमांइदे ने न तो वहां चेतावनी भरा बोर्ड आदि लगवाया है और न ही पानी की निकासी के प्रबंध किए हैं। -इन्होंने कहा..

निर्माण निरीक्षक को इस बाबत को जानकारी दी जाएगी और समस्या से निजात दिलाया जाएगा। जान मोहम्मद, अस्सिटेंट स्टेशन मास्टर, बड़ौत ---रजवाहे से पानी स्वयं अंडरपास में पहुंचा या किसी ने खेत भरने के लिए कुलाबा बनाया, जिसके बाद पानी रजवाहे से अंडरपास में पहुंचा, इसकी जांच कराई जाएगी।

-संजीव चौधरी, अधिशासी अभियंता ¨सचाई विभाग -राजीव पंडित

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