जयंती पर लिया नेताजी के पदचिह्नों पर चलने का प्रण

नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर कहीं हवन तो कहीं पुष्पांजलि अर्पित कर युवाओं ने उन्हें पदचिन्हों पर चलने का प्रण लिया। युवाओं ने लोगों को सीएए व एनआरसी की जानकारी देकर देश में अमन चैन कायम करने को भी अपील की।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Jan 2020 12:16 AM (IST) Updated:Fri, 24 Jan 2020 12:16 AM (IST)
जयंती पर लिया नेताजी के पदचिह्नों पर चलने का प्रण
जयंती पर लिया नेताजी के पदचिह्नों पर चलने का प्रण

बागपत, जेएनएन। नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर कहीं हवन तो कहीं पुष्पांजलि अर्पित कर युवाओं ने उन्हें पदचिह्नों पर चलने का प्रण लिया। युवाओं ने लोगों को सीएए व एनआरसी की जानकारी देकर देश में अमन चैन कायम करने को भी अपील की।

गुरुवार को नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर पाठशाला बस स्टैंड के पास बीएनवाईपी कार्यालय पर जिलाध्यक्ष प्रमोद गोस्वामी ने हवन कराया। हवन में आहुतियां देकर कार्यकर्ता व युवाओं ने उनके आदर्शों पर चलने का प्रण लिया। इसके बाद पाठशाला बस स्टैंड पर कार्यकर्ताओं ने राहगीरों को सीएए, एनआरसी के संबंध में जानकारी दी। राहगीरों ने देश के अमन चैन को कायम रखने के लिए प्यार व सछ्वाव से रहने को अपील की। रतन सिंह, वेदपाल सिंह, तेजपाल सिंह, राजेश्वर त्यागी, ओमप्रकाश, रवि यादव, कपिल त्यागी, सत्यवती यादव आदि शामिल रहे। गुरुकुल विद्यापीठ में विद्यार्थियों ने नेताजी के चित्र सम्मुख पुष्पांजलि अर्पित की। प्रबंधक मुकेश गुप्ता ने बताया कि अंग्रेजों को भारत से बाहर निकलने में जो काम नेताजी ने किया कोई दूसरा नहीं कर सकता था। राखी झा, कोमल शर्मा, कविता, अनिता शर्मा, स्वाति, गरीमा, दीपा धामा आदि मौजूद रहे। उधर, खट्टा प्रह्लादपुर अहिसा सेवा ट्रस्ट की तरफ से नेताजी की जयंती मनाई गई। अध्यक्ष राकेश जैन ने कहा कि आजाद हिद फौज के संस्थापक नेताजी सुभाष चंद्र बोस एक महान और सच्चे देशभक्त सपूत रहे। नेताजी ने कहा था देश में अंग्रेजों का राज होने पर आजाद हिद फौज का गठन किया था। तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा' नारे के बल पर फौज तैयार कर अंग्रेजों को बाहर का रास्ता दिखाया था। राकेश रावत, ओमकार, दीपक, मयंक, प्रमोद, विकास, प्रदीप आदि शामिल रहे।

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