अफसरों के आदेश पर मुन्ना बजरंगी को दाखिल किया गया था जिला जेल में
खेकड़ा : पूर्वांचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में झांसी जेल अधीक्षक समेत
खेकड़ा : पूर्वांचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में झांसी जेल अधीक्षक समेत 22 अधिकारियों और कर्मचारियों के विवेचक बयान लेकर वापस बागपत लौटे। इंस्पेक्टर के मुताबिक मुन्ना बजरंगी को बागपत लेकर आए पुलिसवालों ने जेल के अफसरों के आदेश पर ही उसको कारागार में रात के समय दाखिल किया था। इसके अलावा उनको कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है।
केस के विवेचक एवं खेकड़ा थानाध्यक्ष एसपी ¨सह के मुताबिक झांसी जेल के अधीक्षक राजीव शुक्ला के अलावा जेलर, डिप्टी जेलर, पुलिस लाइन के आरआई, बागपत मुन्ना बजरंगी को लेकर आने वाली पुलिस टीम, डॉक्टर समेत 22 के बयान दर्ज किए गए । जेल अफसरों ने जानकारी दी चार जुलाई को उनके पास अदालत का आदेश पहुंचा था। इसीलिए मुन्ना बजरंगी को आठ जुलाई की सुबह पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के बीच भेजा गया था। अगले दिन सीजेएम कोर्ट में बी-वारंट में उसको पेश करना था। उसको जेल के अधिकारियों के आदेश पर ही रात के समय बागपत जेल में दाखिल किया गया था।
बता दे कि अदालत पहुचने से पहले ही नौ जुलाई की सुबह करीब छह बजे मुन्ना बजरंगी की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। कुख्यात सुनील राठी ने हत्या करना स्वीकार किया था। उसकी निशानदेही पर जेल के सेफ्टी टैंक से वारदात में प्रयुक्त एक पिस्टल, दो मैग्जीन, 22 कारतूस बरामद हुए थे। जेल के तत्कालीन जेलर यूपी ¨सह की तहरीर पर खेकड़ा थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। वहीं मृतक की पत्नी सीमा ¨सह ने पूर्व सांसद धनंजय ¨सह समेत पांच लोगों पर पति की हत्या करने का आरोप लगाते हुए पुलिस अधिकारी को शिकायत पत्र दिया था।