रैं¨कग देखने से पहले बिनौली सीएचसी में तो झांकिए

जनपदीय स्वास्थ्य विभाग अपनी नवीनतम रैं¨कग पर इतरा रहा है। आखिर बागपत जनपद की स्वास्थ्य सुविधाओं को प्रदेश में अव्वल स्थान जो मिला है। रैं¨कग के इन दावों की पोल भी चंद दिनों बाद ही सोमवार को तब खुल गई, जब सामुदायिक चिकित्सा केंद्र बिनौली में एसडीएम ने सीएचसी का औचक निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 10:15 PM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 10:15 PM (IST)
रैं¨कग देखने से पहले बिनौली सीएचसी में तो झांकिए
रैं¨कग देखने से पहले बिनौली सीएचसी में तो झांकिए

बड़ौत: जनपदीय स्वास्थ्य विभाग अपनी नवीनतम रैं¨कग पर इतरा रहा है। आखिर बागपत जनपद की स्वास्थ्य सुविधाओं को प्रदेश में अव्वल स्थान जो मिला है। रैं¨कग के इन दावों की पोल भी चंद दिनों बाद ही सोमवार को तब खुल गई, जब सामुदायिक चिकित्सा केंद्र बिनौली में एसडीएम ने सीएचसी का औचक निरीक्षण किया। तमाम अव्यवस्थाओं के साथ ही ओपीडी से एक साथ सभी चिकित्सक नदारद मिले, और मरीजों की कतार घंटों से डाक्टरों के इंतजार में खड़ी मिली। इस निरीक्षण ने रैं¨कग के मापदंडों पर सवाल उठाया, तो यह भी साफ किया कि सब दावे कागजी हैं, और हकीकत बेहद तल्ख।

दरअसल सोमवार एसडीएम आशीष कुमार बिनौली गांव स्थित सीएचसी पर पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने ओपीडी का रुख किया तो वहां से सभी डाक्टर गायब मिले। इसके बाद एसडीएम ने दवाइयों के स्टाक, एंबुलेंस सेवाओं की स्थिति, लेबर रूम, प्रयोगशाला कक्ष, वैक्सीन रूप आदि की जानकारी ली। लेबर रूम में स्टाफ नर्स का कोई रोस्टर नहीं मिला। एसडीएम ने मेडिकल स्टाफ को इसे तुरंत जारी करने के निर्देश दिए। दवाइयां भी कम मिलीं, जिनकी पूर्ति के लिए फार्मेसिस्ट को निर्देशित किया। एसडीएम ने मौके पर मौजूद मरीजों से भी बातचीत की। मरीजों ने बताया कि अस्पताल में न तो पूरी दवाएं मिलती हैं, न ही चिकित्सक समय पर आते हैं। एसडीएम ने बताया कि अनुपस्थित रहने वाले चिकित्सकों की रिपोर्ट मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भेजी जाएगी।

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