तेंदुआ प्रकरण: विवेचना पर ब्रेक, घटनास्थल हरियाणा का निकाला
जागरण संवाददाता, बड़ौत (बागपत): छपरौली थाना क्षेत्र के ककौर कलां गांव के जंगल में 23 अक्टूब
जागरण संवाददाता, बड़ौत (बागपत): छपरौली थाना क्षेत्र के ककौर कलां गांव के जंगल में 23 अक्टूबर को तेंदुए की मौत जिस स्थान पर हुई थी, वहां यमुना का किनारा है और वह स्थान भी हरियाणा के पानीपत जनपद का है। यह बात राजस्व विभाग की पैमाइश में साफ हो गई है और टीम ने अपनी रिपोर्ट आला-अफसरों को भी सौंप दी है, जिसके बाद छपरौली पुलिस ने विवेचना पर ब्रेक लगा दिया है।
यमुना खादर में 22 अक्टूबर की रात एक तेंदुए खटके में फंस गया था। 23 अक्टूबर को लोगों को पता चला तो तेंदुए को देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। वन विभाग की टीम देरी से पहुंची तो लोगों ने तेंदुए पर जाल डालकर दबोच लिया। इसी दौरान बड़ौत वन रेंज की टीम पहुंची तो लोग और कर्मचारी तेंदुए को डंडे से दबाकर बैठ गए। इसके बाद डीएफओ आदि अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन उससे पहले ही पशु चिकित्सकों की टीम तेंदुए को बेहोश करने के लिए इंजेक्शन लगा चुकी थी। ¨पजरे में तेंदुए को बड़ौत लाया गया तो उसने दम तोड़ दिया। वन विभाग के अधिकारी और ग्रामीणों ने तेंदुए की मौत का जिम्मेदार एक-दूसरे को बताया था। वन विभाग के दारोगा चंद्रकिरण ने छपरौली थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। उधर, इस मामले की जांच राजस्व विभाग ने शुरू की तो घटनास्थल हरियाणा के पानीपत जनपद का पाया गया, जिसके बाद राजस्व विभाग की टीम ने अफसरों को रिपोर्ट सौंप दी। यह रिपोर्ट छपरौली थाने में पहुंच चुकी है। छपरौली इंस्पेक्टर विजय कुमार ¨सह ने बताया कि राजस्व विभाग की रिपोर्ट के अनुसार तेंदुआ की मौत का घटनास्थल हरियाणा के पानीपत में है, इसलिए विवेचना हरियाणा में ट्रांसफर कर दी जाएगी। अभी तक इस मामले में पशु चिकित्सक, वन विभाग के कर्मचारी और अधिकारियों के अलावा ग्रामीणों के बयान लिए जा चुके हैं।